89 वें जन्मदिन पर उनके जीवन के बारे कुछ खास, जानिए कैसे हो गयी 'लतिका' से लता

इंडियन सिनेमा में सुरीले गानों की स्वर कोकिला लता मंगेशकर का बड़ा नाम है। लता जी ने कई फिल्मों में जो योगदान दिया है उस लय को कोई नकार नहीं सकता है। इंडियन क्लासिकल हो या कैबरे सॉग या फिर गम में डूबी किसी नायिका का दर्द ये सब लता के गानों में ढल जाता है। सुरों की जादूगरी करने वाली लता मंगेशकर के 89 वें जन्मदिन पर उनके जीवन के बारे में कुछ ऐसी ही खास बातें जो आज के युवाओं को नहीं पता.. 

यहां से शुरू हुआ सफर
स्वर कोकिला लता मंगेशकर अपनी मधुर आवाज से पिछले कई दशक से संगीत के खजाने में नये मोती भरने वाली मंगेशकर 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के यहां पैदा हुईं। दीनानाथ मंगेशकर भी संगीत के बड़े जानकार थे, इसलिए उन्होंने अपनी बेटी को भी बोलना सीखने की उम्र में गाने की शिक्षा देना शुरू कर दी। लेकिन वह भी नहीं जानते थे कि यह काम करके वह अपनी बेटी का नहीं पूरे भारतीय संगीत का भविष्य गढ़ रहे हैं।
 

'लतिका' हो गयी लता
लता मंगेशकर तीन बहनों मीना मंगेशकर, आशा भोसले, उषा मंगेशकर और एक भाई ह्रदयनाथ मंगेशकर में सबसे बड़ी हैं। उनके बचपन का नाम हेमा था लेकिन एक दिन थियेटर कैरेक्टर 'लतिका' के नाम पर उनका नाम लता रखा गया।

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