अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस : उम्र के निशानों में है अनुभव की पूंजी -डॉ. चौबे

उम्र के निशानों में है अनुभव की पूंजी -डॉ. चौबे

अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर शासकीय नर्मदा महाविद्यालय में बुजुर्गों के अनुभवों को साझा करने के लिए आयोजित सम्मान समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ओ एन चौबे ने कहा कि बुजुर्ग हमारी धरोहर हैं | उनके अनुभव हमारा मार्गदर्शन करते हैं | कार्यक्रम संयोजक डॉ बी सी जोशी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि वर्तमान पीढ़ी और भविष्य की पीढ़ी में संस्कारों का प्रवाह स्रोत हमारे बुजुर्ग ही हैं |सम्मानित अतिथि के रूप 95 वर्षीय  श्री मनोहर नंदगांवकर जी ने कहा कि उम्र एक नम्बर है पूरी उर्जा के साथ जीवन जीना चाहिए | डॉ आर. पी. सीठा पूर्व प्राचार्य, स्कूली शिक्षा, डॉ सावित्री त्रिपाठी पूर्व प्राध्यापक इतिहास, डॉ आशा लता त्रिवेदी ,पूर्व प्राध्यापक इतिहास, डॉ एस. एस. बेदी वरिष्ठ चिकित्सक का सम्मान किया गया | सभी अतिथियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि अपना काम ईमानदारी से करे और आने वाले कल की योजना बना कर रखे सफलता आपके साथ होगी | संचालन डॉ हंसा व्यास ने किया | संगीत प्राध्यापक श्री जयसिंह ठाकुर ने स्वागत गीत के साथ अभिनंदन किया | डॉ. अमिता जोशी, डॉ. एस. सी. हर्णे ,डॉ. संजय चौधरी, डॉ. सविता गुप्ता, डॉ. के. जी. मिश्र, डॉ. कमल वाधवा, डॉ. सुधीर दीक्षित, श्री अमित दीक्षित आदि प्राध्यापकों ने अतिथियों का शाल श्री फल से सम्मान किया |

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