Lok Sabha Election 2019 से पहले अब गूगल सर्च इंजन कंपनी भारत से संबंधित राजनीतिक विज्ञापनों से जुड़ी सूचनाएं मार्च 2019 से सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करेगी। इसमें चुनावी विज्ञापन खरीदने वाले व्यक्ति और संबंधित विज्ञापन की जानकारी दी जाएगी। गूगल ने भारत में इस साल अप्रैल-मई में होने वाले आम चुनाव से पहले राजनीतिक विज्ञापनों के मामले में पारदर्शिता बढ़ाने के लिये यह कदम उठाया है.
गूगल ने बयान में कहा, ” ऑनलाइन चुनावी विज्ञापन में और पारदर्शिता लाने के लिए कंपनी भारत पर केंद्रित एक ‘राजनीतिक विज्ञापन पारदर्शिता रिपोर्ट‘ और एक सार्वजनिक ऑनलाइन राजनीतिक विज्ञापन लाइब्रेरी पेश करेगी जिसे लोग सर्च कर सकेंगे.”
यह रिपोर्ट और विज्ञापन लाइब्रेरी मार्च 2019 से हर किसी के लिए सीधे उपलब्ध होगी. कंपनी ने कहा है, “इसमें चुनावी विज्ञापन खरीदने वाले के बारे में और विज्ञापन पर कितना खर्च किया जा रहा है, इसकी विस्तृत जानकारी होगी.” गूगल की इस पहल का उद्देश्य “ऑनलाइन राजनीतिक विज्ञापन में पारदर्शिता लाना है और मतदाताओं को चुनाव से संबंधित सूचनाएं देने में सक्षम बनाना है.”
गूगल (Google) ने यह कदम ऐसे समय उठाया गया है कि जब डिजिटल प्लेटफॉर्मों पर राजनीतिक विज्ञापनों को लेकर पारदार्शिता लाने का भारी दबाव बना हुआ है. फेसबुक ने पिछले महीने कहा था कि वह राजनीतिक विज्ञापन देने वालों के लिए पहचान और लोकेशन की जानकारी देने को अनिवार्य बनाएगी.