अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी से स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में वैश्विक शैक्षणिक और शोध सहयोग को मिलेगा बढ़ावा
जयपुर: नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) 2020 की भारत को वैश्विक ज्ञान केंद्र के रूप में स्थापित करने की दृष्टि के अनुरूप, आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी (IIHMR University) ने यूनाइटेड किंगडम की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी (The University of Manchester) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में वैश्विक शैक्षणिक और शोध सहयोग को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है।
एमओयू के तहत प्रमुख पहल
इस सहयोग के तहत निम्नलिखित सहयोगात्मक गतिविधियाँ शुरू की जाएँगी:
- संयुक्त शोध परियोजनाएँ: दोनों संस्थानों के बीच साझा अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा।
- विनिमय कार्यक्रम: शैक्षणिक और पोस्टग्रेजुएट छात्र विनिमय कार्यक्रम शुरू किए जाएँगे।
- फैकल्टी पहल: फैकल्टी विज़िटिंग पहल (संकाय सदस्यों का आदान-प्रदान)।
- शैक्षणिक गतिविधियाँ: सर्टिफिकेट कोर्स और विभिन्न सहयोगात्मक शैक्षणिक गतिविधियाँ।
दोनों यूनिवर्सिटी निकट भविष्य में शॉर्ट-टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम, रिसर्च वर्कशॉप, संयुक्त सेमिनार, सम्मेलन और शैक्षणिक शिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करेंगे, जिससे नवाचार, शोध और वैश्विक शिक्षा को प्रोत्साहन मिलेगा।
नेतृत्व का वक्तव्य
डॉ. पी. आर. सोडानी, प्रेजिडेंट, आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए कहा:
“मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के साथ यह साझेदारी हमारे छात्रों और फैकल्टी को अंतरराष्ट्रीय शोध मानकों, आधुनिक शिक्षण तकनीकों और वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों को समझने का अवसर देगी। आईआईएचएमआर में हमारा लक्ष्य वैश्विक शैक्षणिक साझेदारियों को व्यापक बनाना है, ताकि सीखने के अनुभवों को बेहतर बनाया जा सके।”
यह समझौता एनईपी 2020 के प्रमुख लक्ष्यों को प्राप्त करने और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप स्वास्थ्य शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


