भोपाल : मुख्य सचिव अनुराग जैन ने 10 दिन तक मप्र की आबोहवा समझने के बाद सोमवार को प्रदेश भर के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की उच्च स्तरीय ज्वॉइंट बैठक बुला ली। उन्होंने अधिकारियों से अपनी प्राथमिकताएं बताने के साथ ही साथ साफ कर दिया कि कानून-व्यवस्था से लेकर हर उस मुद्दे पर उनकी बारीक नजर है, जिससे आम लोगों को दो-चार होना पड़ता है। उन्हें सख्त कानून- व्यवस्था चाहिए।
कलेक्टर-एसपी ज्वॉइंट रूप से जिले के भ्रमण पर निकलें, वे कोताही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। डीजीपी सुधीर सक्सेना ने सभी एसपी-अाईजी से अपनी चिंता से अवगत कराते हुए कहा कि ड्रग्स के अवैध कारोबार को तत्काल कुचल दें। वैसे तो उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए 7 बिंदुओं का एजेंडा तय कर दिया था, किंतु उनका पूरा फोकस कानून-व्यवस्था व सुशासन पर ज्यादा था।
मुख्य सचिव जैन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए कलेक्टर, कमिश्नर, एसपी, डीजीपी के साथ एसीएस गृह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सहकारिता, ऊर्जा नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, लोक निर्माण, सामान्य प्रशासन, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, लोक सेवा प्रबंधन, राजस्व, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा तथा सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विकास को विशेष तौर पर बुलाया था। वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए उन्होंने सात बिंदुओं में कानून व्यवस्था की स्थिति, सुशासन, खाद एवं आदान की व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति का पर्यवेक्षण, उपार्जन, अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्था तथा विकास कार्यो एवं निवेश के मामलों को सुगम बनाना शामिल था।
गंभीर अपराधों की सतत मॉनिटरिंग करें
सचिव जैन ने कहा कि यह उनकी पहली बैठक है, किंतु उन्होंने सभी 55 जिलों की स्थिति को समझ लिया है। उन्होंने त्यौहारों को देखते हुए सभी तरह की तैयारी करने, विस्फोटक लाइसेंस की जांच, पटाखों के विक्रय के लिए स्थल चिन्िहत करने तथा गंभीर अपराधों की मॉनिटिरंग सतत रूप से करने को कहा।
नशे के कारोबार पर भी जताई चिंता
मुख्य सचिव जैन व डीजीपी सक्सेना ने कहा िक प्रदेश भर के विभिन्न्ा जिलों से आ रही नशे के कारोबार की खबरों पर प्रभावी रूप से कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि कहीं से भी इस तरह की शिकायत नहीं आनी चाहिए। इस कारोबार में जो भी लोग संलिप्त हों, उनके खिलाफ सभी तरह से सख्त कदम उठाएं। इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।