खबर डिजिटल/नीमच: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नीमच में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राज्य के औद्योगिक निवेश और स्वास्थ्य क्षेत्र में चलाए जा रहे अभियानों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार निवेशकों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के उद्देश्य से कई नई योजनाएं लागू कर रही है। नीमच, जो एशिया में औषधीय फसलों की सबसे बड़ी मंडी के रूप में प्रसिद्ध है, को अब योगगुरु बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ से जोड़ा जा रहा है। यह पहल किसानों को उनकी औषधीय फसलों का उचित मूल्य दिलाने के साथ-साथ राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंगलवार को नीमच में वीरेन्द्र कुमार सखलेचा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेन्द्र शुक्ल, महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया, सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक ओमप्रकाश सखलेचा, विधायक दिलीप सिंह परिहार, और अन्य स्थानीय नेता भी उपस्थित थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और चिकित्सा शिक्षा में हो रहे विकास पर विशेष जोर दिया।
डॉ. यादव ने अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा धनतेरस और धनवंतरी जयंती पर नीमच समेत तीन नए मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया जा रहा है, जो प्रदेशवासियों के लिए एक बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में चिकित्सक को भगवान का दर्जा दिया गया है, और ये नए कॉलेज युवाओं को चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर मानवता की सेवा में योगदान का अवसर प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री ने नीमच के प्रसिद्ध भादवामाता मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि यहां की जलधारा में रोगों को ठीक करने की शक्ति मानी जाती है।
मुख्यमंत्री ने भविष्य में नीमच और आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं। उन्होंने झालावाड़-रामपुरा-नीमच मार्ग को फोरलेन में विकसित करने की घोषणा की और बताया कि आने वाले 4 से 6 महीनों में गांधी सागर अभयारण्य में एशिया से लाए गए चीते छोड़े जाएंगे, जिससे पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। डॉ. यादव ने धनतेरस, दीपोत्सव और धनवंतरी जयंती के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं और कहा कि प्रदेश में सभी त्यौहार शासकीय स्तर पर मनाने की परंपरा शुरू की जा चुकी है।
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज के नवप्रवेशी छात्रों से संवाद किया और उन्हें चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों से देश-प्रदेश का नाम रोशन करने की अपील की और चिकित्सा क्षेत्र में अपना करियर बनाने की शुभकामनाएं दीं।