भोपाल – सात -आठ अगस्त की रात नर्मदा एक्सप्रेस से रहस्यमय तरीके से गायब हुई कटनी की अर्चना तिवारी को आखिरकार नेपाल बॉर्डर से सकुशल बरामद कर लिया गया है। इस पूरे मामले का खुलासा रेल एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया।रेल एसपी के अनुसार अर्चना ने यह सबकुछ खुद की मर्जी और पूरी प्लानिंग से किया था। जांच में सामने आया कि अर्चना जबलपुर में दो साल और इंदौर में एक साल से प्रैक्टिस कर रही थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात इंदौर निवासी सारांश नामक युवक से हुई और दोनों के बीच दोस्ती बढ़ी।इधर, अर्चना के परिवार ने उसका रिश्ता पटवारी से तय कर दिया और पढ़ाई छोड़कर शादी करने का दबाव बनाया। पढ़ाई जारी रखना चाहने वाली अर्चना ने 6 अगस्त को सारांश और उसके दोस्त तेजिंदर के साथ भागने की योजना बनाई।7 अगस्त को ट्रेन से यात्रा के दौरान नर्मदापुरम स्टेशन पर अर्चना कपड़े बदलकर प्लेटफार्म पर बाहर खड़े सारांश के साथ चली गई। तेजिंदर ने उन्हें सीसीटीवी से बचने वाले रास्ते बताए। इसके बाद शुजालपुर से निकले दोनों बुरहानपुर पहुंचे और फिर कुछ दिन हैदराबाद में रुके। जोधपुर होते हुए अर्चना काठमांडू, नेपाल पहुंच गई। वहां उसने नया सिम कार्ड निकलवाकर पुराना नंबर बंद कर दिया।सारांश नेपाल से लौट आया जबकि खीरी पुलिस की मदद से अर्चना को नेपाल बॉर्डर से बरामद किया गया। रेल एसपी राहुल लोढ़ा ने स्पष्ट किया कि अर्चना ने यह सबकुछ सोच-समझकर किया है, इसलिए इस पूरे मामले में किसी के खिलाफ कोई आपराधिक प्रकरण नहीं बनता।