जल प्रदाय की कार्ययोजना तैयार करने व पेयजल परिवहन पर निर्भरता कम से कम रखे जाने का निर्देश

भोपाल : तपते सूरज के चलते अब मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में पानी का संकट Water crisis बढ़ गया है। 2030 तक भारत के अधिकांश राज्य सूखे से ग्रस्त हो जाएंगे। इसके पहले सूख ग्रस्त इलाकों में जल स्तर को बढ़ाने के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है। भोपाल नगरीय निकाय जल प्रदाय व्यवस्था एवं जल स्त्रोतों में उपलब्ध जल का आकलन कर आगामी माह में जल प्रदाय की कार्ययोजना बनायें। पेयजल परिवहन पर निर्भरता कम से कम रखी जाये। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास  नीतेश व्यास ने यह निर्देश सभी नगर निगम आयुक्तों और मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने कहा है कि गर्मी में पेयजल का संकट नहीं होना चाहिए।

व्यास ने कहा है कि जरूरी होने पर पेयजल परिवहन के प्रस्ताव कलेक्टर के माध्यम से संचालनालय भेजें। उन्होंने कहा है कि यदि किसी जल स्त्रोत के अधिग्रहण की जरूरत है, तो तत्काल यह कार्यवाही करें। व्यास ने कहा कि जिन नगरीय निकायों में पेयजल योजना का कार्य जारी है, उसे समय-सीमा में पूरा करवायें।

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