मुंबई : एसोसिएशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड अकाउंटेंट्स (एसीसीए) इस सप्ताह अपने स्थापना के 120 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है। 30 नवंबर 1904 को आठ अकाउंटेंट्स के एक छोटे समूह से शुरू हुआ यह संगठन आज 180 देशों में फैल चुका है। एसीसीए के वैश्विक नेटवर्क में 252,500 से अधिक सदस्य और 526,000 भावी सदस्य शामिल हैं।
भारत और वैश्विक प्रभाव
एसीसीए के भारत निदेशक, मोहम्मद साजिद खान ने कहा, “हमारे पास भारत और दुनिया भर में प्रतिबद्ध और प्रतिभाशाली सदस्यों का एक मजबूत समुदाय है। ये सदस्य व्यवसायों, संगठनों और समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव डालते हुए वैश्विक और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को लाभान्वित कर रहे हैं।”
महिलाओं का ऐतिहासिक नेतृत्व
हाल ही में आयोजित वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में, आयला मजीद को एसीसीए का अध्यक्ष चुना गया। उनके साथ मेलेनी प्रोफिट उपाध्यक्ष और दातुक ज़ेटन मोहम्मद हसन उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त हुईं। यह पहली बार है कि संगठन के तीनों शीर्ष पदों पर एक साथ महिलाएं नियुक्त हुई हैं। एसीसीए का यह कदम लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में ऐतिहासिक उपलब्धि है।
सस्टेनेबिलिटी और नवाचार पर फोकस
एसीसीए की मुख्य कार्यकारी, हेलेन ब्रांड ओबीई ने कहा, “2024 हमारे लिए एक ऐतिहासिक साल रहा है। मई में हमने 2.5 लाख से अधिक सदस्यों का आंकड़ा पार किया और सितंबर में सस्टेनेबिलिटी में एक नया प्रोफेशनल डिप्लोमा लॉन्च किया।”
संयुक्त राष्ट्र ने भी इस साल एसीसीए को आईएसएआर सम्मान 2024 की अंतर्राष्ट्रीय श्रेणी में विशेष मान्यता दी। यह सम्मान सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग और कौशल विकास में संगठन के प्रयासों का प्रमाण है।
समावेश का इतिहास
1909 में महिलाओं को सदस्यता देने वाला एसीसीए पहला पेशेवर लेखा निकाय बना। यह समावेश के मूल्यों पर आधारित संगठन की प्राथमिकता को दर्शाता है।
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