🔹 छोटे और मझौले व्यापारियों को मिलेगा कैशबैक प्रोग्राम डिजाइन करने का मौका
🔹 CBDC के उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम
🔹 बिना किसी अतिरिक्त निवेश के व्यापारी अपने ग्राहकों को आकर्षक ऑफर दे सकेंगे
मुंबई: बैंक ऑफ बड़ौदा ने भारतीय रिजर्व बैंक के मार्गदर्शन में प्रोग्रामेबल सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) पर आधारित देश के पहले “मर्चेंट लॉयल्टी/कैशबैक प्रोग्राम” की पायलट लॉन्चिंग की है। यह पहल खासतौर पर छोटे और मझौले व्यापारियों को सशक्त बनाने के लिए की गई है, जिससे वे बिना किसी अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर या सॉफ्टवेयर के स्वतंत्र रूप से अपने ग्राहकों के लिए कैशबैक और लॉयल्टी प्रोग्राम डिजाइन कर सकें।
अब स्थानीय किराना दुकानदार, मेडिकल स्टोर्स और रिटेल शॉप्स जो बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहक हैं और “bob Merchant App” पर रजिस्टर्ड हैं, वे अपने ग्राहकों के लिए कैशबैक/लॉयल्टी ऑफर तैयार कर सकते हैं। इससे छोटे व्यापारियों को बड़े ब्रांड्स की तरह प्रतिस्पर्धी लाभ मिलेगा और वे अपने ग्राहकों को आकर्षित कर सकेंगे।
कैसे करेगा यह प्रोग्राम काम?
✅ “bob Merchant App” के जरिए व्यापारी अपनी शर्तों के अनुसार कैशबैक/लॉयल्टी ऑफर तैयार कर सकते हैं।
✅ व्यापारी खुद तय कर सकते हैं ऑफर की अवधि, कैशबैक का प्रतिशत और वैधता।
✅ ग्राहक जो “bob World Digital Rupee” ऐप के जरिए भुगतान करेंगे, उन्हें कैशबैक CBDC के रूप में सीधे उनके अकाउंट में मिलेगा।
✅ ग्राहक इस डिजिटल कैशबैक को निर्धारित व्यापारी आउटलेट्स पर समाप्ति तिथि से पहले इस्तेमाल कर सकते हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक, श्री संजय विनायक मुदालियर ने कहा:
“हम बैंकिंग जगत में इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह पहल छोटे और मझौले व्यापारियों को उनके व्यवसाय को डिजिटल रूप से बढ़ाने और ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद करेगी। प्रोग्रामेबल CBDC का उपयोग कर पहली बार ऐसा समाधान पेश किया गया है, जिससे व्यापारियों और ग्राहकों दोनों को लाभ मिलेगा।”
CBDC के उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम
बैंक ऑफ बड़ौदा का यह इनोवेटिव प्रोग्राम CBDC के उपयोग को मुख्यधारा में लाने और डिजिटल भुगतान को अधिक आकर्षक और लाभदायक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे व्यापारियों को डिजिटल लेन-देन को अपनाने में आसानी होगी और वे अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं और बचत के अवसर प्रदान कर सकेंगे।
👉 बैंक ऑफ बड़ौदा की यह पहल भारतीय बैंकिंग और डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की ओर एक मजबूत कदम है।