मुंबई: नवाचार और सामाजिक उद्देश्य की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप के व्यवसाय लॉक्स एंड आर्किटेक्चरल सॉल्यूशंस (LAS) ने अपने फ्लैगशिप सेफ्टी प्लेटफॉर्म ‘हर घर सुरक्षित’ का 9वां संस्करण लॉन्च किया है। इस वर्ष का संस्करण एक प्रभावशाली, आइडिया-ड्रिवन कैंपेन ‘एक्सीडेंटल इन्विटेशन इनिशिएटिव’ पर केंद्रित है।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य घर की सुरक्षा को भौतिक तालों से आगे ले जाकर डिजिटल सजगता को सुरक्षा की नई सीमा के रूप में प्रस्तुत करना है।
‘एक्सीडेंटल इन्विटेशन इनिशिएटिव’ के मुख्य तत्व
यह अभियान इस महत्वपूर्ण संदेश पर आधारित है कि आज की हाइपर-कनेक्टेड दुनिया में सोशल मीडिया पर जरूरत से ज्यादा शेयरिंग आपके लिए “एक्सीडेंटल इन्विटेशन” (अनजाने में खतरे का निमंत्रण) बन सकती है।
- एक्सीडेंटल इन्विटेशन स्कोर ऐप:
- यह अपनी तरह का पहला डिजिटल सेल्फ-चेक टूल है।
- यह उपयोगकर्ताओं की सोशल मीडिया गतिविधि को स्कैन (अनुमति के साथ) करके उन्हें एक व्यक्तिगत स्कोर देता है।
- इसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को यह समझने में मदद करना है कि उनकी ऑनलाइन आदतें घर की सुरक्षा से कैसे समझौता कर सकती हैं।
- कैंपेन फिल्में (DVCs):
- ये सिनेमाई डीवीसी की एक श्रंखला हैं।
- ये रोज़मर्रा के अधिक जानकारी साझा करने वाले क्षणों (जैसे छुट्टियों के पोस्ट से लेकर जिम चेक-इन तक) को नाटकीय रूप देती हैं और डिजिटल युग के लिए संबंधित परिदृश्यों को चेतावनी भरी कहानियों में बदलती हैं।
- नियो डिजिटल लॉक्स रेंज:
- स्मार्ट लॉक्स का एक नया संग्रह, जिसकी शुरुआत ₹8,999 से होती है।
- इसमें डिज़ाइन इनोवेशन, मल्टी-मोड एक्सेस और IoT एकीकरण शामिल है, जो घरों को सुरक्षित और स्मार्ट बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
पहल की सफलता और दृष्टिकोण
श्याम मोटवानी, बिज़नेस हेड, LAS ने कहा:
“हमारी पहल स्मार्ट सुरक्षा समाधानों के प्रति जागरूकता और उन्हें अपनाने की गति को लगातार बढ़ा रही है, जिसकी सफलता का प्रमाण 1.7 लाख से अधिक होम सेफ्टी चेक-अप हैं… अब, एक्सीडेंटल इन्विटेशन ऐप के ज़रिए हम सुरक्षा को डिजिटल दायरे में ले जा रहे हैं, वहीं हमारी नियो डिजिटल लॉक्स की नई रेंज आधुनिक भारतीय घरों के लिए सबसे उन्नत और बुद्धिमान सुरक्षा प्रदान कर रही है।”
- नवंबर 2018 में लॉन्च होने के बाद से, ‘हर घर सुरक्षित’ होम सेफ्टी चेक-अप में लगातार डबल-डिजिट वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज कर रहा है।
- इस पहल ने पिछले वर्ष डिजिटल सुरक्षा समाधानों को अपनाने में 30% की वृद्धि दर्ज की है।


