डील के अंतिम चरण में, 31 मार्च 2025 तक पूरा होने का लक्ष्य
- पीएनसी इंफ्राटेक को बुंदेलखंड और खजुराहो हाईवे परियोजनाओं पर एनएचएआई से सैद्धांतिक मंजूरी प्राप्त।
- अब तक एनएचएआई ने 8 हाइवे संपत्तियों के विनिवेश को मंजूरी दी, शेष दो के लिए जनवरी 2025 तक उम्मीद।
मुंबई:
भारत की प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी पीएनसी इंफ्राटेक को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) से बुंदेलखंड और खजुराहो हाईवे परियोजनाओं के लिए अपनी सहायक कंपनियों में 100% हिस्सेदारी को केकेआर समर्थित हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट (एचआईटी) को ट्रांसफर करने की मंजूरी मिल गई है।
इस सौदे को 31 मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। पीएनसी इंफ्राटेक वर्तमान में लेनदेन के लिए सभी शर्तों (सीपी) को पूरा कर रही है, जिसमें हाईवे प्राधिकरण से नियंत्रण में बदलाव और ऋणदाताओं से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) शामिल हैं।
अब तक 8 संपत्तियों के लिए मिली मंजूरी:
20 जनवरी 2025 तक, पीएनसी ने एनएचएआई से 8 हाईवे संपत्तियों के लिए मंजूरी हासिल की है। विवरण इस प्रकार है:
तारीख | संपत्तियां |
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20 नवंबर 2024 | पीएनसी बिठूर कानपुर हाईवे, पीएनसी गोमती हाईवे, पीएनसी अलीगढ़ हाईवे |
14 दिसंबर 2024 | पीएनसी त्रिवेणीसंगम हाईवे |
27 दिसंबर 2024 | पीएनसी चित्रदुर्ग हाईवे |
31 दिसंबर 2024 | पीएनसी राजस्थान हाईवे |
16 जनवरी 2025 | पीएनसी बुंदेलखंड हाईवे, पीएनसी खजुराहो हाईवे |
संपत्तियों का हस्तांतरण:
पीएनसी 12 हाईवे संपत्तियों में से 10 का सौदा वित्त वर्ष 2025 के अंत तक पूरा कर लेगा, जो कुल सौदे का 85% हिस्सा होगा। शेष 2 संपत्तियों का हस्तांतरण वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में पूरा होने की उम्मीद है।
सौदे का महत्व:
यह सौदा भारत सरकार के ऑपरेशनल हाईवे परिसंपत्तियों में निवेश पुनर्चक्रण के दृष्टिकोण के अनुरूप है। यह पीएनसी इंफ्राटेक की रणनीतिक योजना का हिस्सा है, जिससे पूंजी का पुनः उपयोग किया जा सकेगा और भविष्य की परियोजनाओं में निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
सौदे की शर्तें और दायरा:
- सौदे का मूल्य: ₹9,005.7 करोड़।
- संपत्तियां:
- 11 राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) हाइब्रिड एन्युइटी मोड (एचएएम)।
- 1 राज्य राजमार्ग बीओटी टोल।
- कुल मार्ग: 3,800 लेन किलोमीटर।
- राज्य: उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान।
पीएनसी-केकेआर साझेदारी:
15 जनवरी 2024 को पीएनसी इंफ्राटेक और केकेआर समर्थित हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट ने 12 सड़क संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए निश्चित समझौते किए थे। यह सौदा भारत के हाईवे सेक्टर में सबसे बड़े अधिग्रहणों में से एक माना जा रहा है।
उद्योग में नया मानक:
यह सौदा न केवल पीएनसी इंफ्राटेक के लिए मील का पत्थर है, बल्कि हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में एक नई दिशा स्थापित करने वाला है। कंपनी ने इस कदम से अपने भविष्य के विकास के लिए मजबूत आधार तैयार किया है।