चेन्नई : रेनो इंडिया ने अपनी नई रणनीति ‘renault. rethink’ की घोषणा की है, जो कंपनी के भारत में बदलाव के सफर की शुरुआत को दर्शाती है। इस रणनीति के तहत रेनो ने चेन्नई में अपना नया डिजाइन सेंटर खोला, जो कंपनी के 2027 के अंतरराष्ट्रीय योजनाओं को लागू करने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह नया डिज़ाइन सेंटर फ्रांस के बाहर रेनो का सबसे बड़ा केंद्र है और कंपनी की भारत में ‘डिजाइन’ के प्रति सोच को नया दिशा देगा।
रेनो इंडिया का यह कदम ‘भारत में निर्माण’ की अवधारणा पर आधारित है और यह भारतीय बाजार में स्थानीय प्रतिभाओं और विचारों के आधार पर डिज़ाइन विकसित करने के उद्देश्य से खोला गया है। चेन्नई में स्थित यह केंद्र, रेनो के वैश्विक प्रोजेक्ट्स में भी सक्रिय योगदान देगा, खासकर आरएनटीबीसीआई (रेनो निसान टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस सेंटर इंडिया) के पास स्थित होने के कारण डिज़ाइन, इंजीनियरिंग और नवाचार में एक साथ काम करने का अवसर मिलेगा।
रेनो ग्रुप के चीफ डिजाइन ऑफिसर, लॉरेन्स वैन डेन एकर ने कहा, “भारत एक अनूठा और जीवंत देश है। यहां की जरूरतों और स्थानीय विशेषताओं को समझने के लिए एक समर्पित डिजाइन स्टूडियो जरूरी था। चेन्नई स्थित यह रेनो डिजाइन सेंटर न केवल भारतीय बाजार के लिए मॉडल और कॉन्सेप्ट तैयार करेगा, बल्कि वैश्विक परियोजनाओं में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।”
इस अवसर पर, रेनो इंडिया के कंट्री सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर, वेंकटराम ममिल्लापल्ले ने कहा, “renault. rethink रणनीति की शुरुआत ने भारत में रेनो के लिए एक नया दौर शुरू किया है। हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि हम यूरोपीय कार कंपनियों में सबसे अधिक भारतीय हैं, क्योंकि हमारे पास भारत में सबसे बड़ा शोध और विकास केंद्र, निर्माण इकाई, और अब सबसे बड़ा डिज़ाइन सेंटर भी है।”
रेनो का चेन्नई में खोला गया डिज़ाइन सेंटर 1500 वर्ग मीटर का है और यह अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है, जिसमें 3D मॉडल चेकिंग, वर्चुअल रियलिटी, और डिजिटल टूल्स की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा, इस सेंटर में एक बड़ा हाई-परफॉर्मेंस एलईडी वॉल डिस्प्ले भी है, जो प्रभावशाली और स्पष्ट प्रस्तुतियाँ देने के लिए इस्तेमाल होता है। डिज़ाइन सेंटर की खासियत इसका ‘टैक्टाइल कॉन्फ्लूएंस’ सिद्धांत है, जिसमें आधुनिक यूरोपीय वास्तुकला और भारतीय सांस्कृतिक प्रभावों का अद्भुत मिश्रण देखा जाता है।
‘renault. rethink’ सिर्फ एक रणनीति नहीं है, बल्कि यह रेनो की भारत में नवाचार, डिज़ाइन और प्रौद्योगिकी में बदलाव लाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह पहल रेनो के भारत में किए गए निवेश और स्थानीयकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे कंपनी की योजना 2027 तक भारतीय बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत करने की है।


