खंडवा: टाटा पावर कंपनी लिमिटेड की सहायक कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) ने मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में 126 मेगावाट क्षमता वाली फ्लोटिंग सौर परियोजना का सफलतापूर्वक शुभारंभ किया है। यह परियोजना न केवल भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सौर परियोजनाओं में से एक है बल्कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि भी है। एनएचडीसी लिमिटेड से ₹596 करोड़ की लागत से स्थापित यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से विकसित की गई है।
यह परियोजना खंडवा जिले के इंदिरासागर और ओंकारेश्वर जलाशयों के बीच स्थापित की गई है और यह मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (एमपीपीटीसीएल) को वहनीय बिजली की आपूर्ति करती है। परियोजना ने पर्यावरणीय चुनौतियों के बावजूद केवल 26 महीनों में ही इसे कार्यान्वित कर दिया गया।
परियोजना के मुख्य बिंदु:
- बायफेशियल मॉड्यूल्स का उपयोग: इस परियोजना में 213,460 बायफेशियल ग्लास-टू-ग्लास मॉड्यूल्स लगाए गए हैं, जो सालाना 204,580 मेगावाट ऊर्जा उत्पादन करते हैं और लगभग 173,893 टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन की भरपाई करते हैं।
- विशाल इन्वर्टर फ्लोटिंग प्लेटफार्म: परियोजना में दुनिया का सबसे बड़ा इन्वर्टर फ्लोटिंग प्लेटफार्म (आईएफपी) भी शामिल है, जो 260 हेक्टेयर के जलाशय क्षेत्र में फैला है। इस प्लेटफार्म के जरिए तकनीकी स्थिरता सुनिश्चित की गई है, जो इसे विश्व की सबसे उन्नत फ्लोटिंग सौर परियोजनाओं में से एक बनाता है।
- जल संरक्षण: इस फ्लोटिंग प्रणाली से जलाशय के वाष्पीकरण में कमी आती है, जिससे प्रतिवर्ष अनुमानित 32.5 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी का संरक्षण होता है, जो पानी की बचत में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक, श्री दीपेश नंदा ने इस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे लिए गर्व का विषय है कि हमने भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सौर परियोजनाओं में से एक को सफलतापूर्वक स्थापित किया है। यह परियोजना दर्शाती है कि कैसे नवीनतम तकनीक के माध्यम से हम जल और भूमि जैसे महत्वपूर्ण संसाधनों का बेहतर उपयोग कर सकते हैं और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकते हैं।”
एनएचडीसी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री राजीव जैन ने कहा, “ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना एनएचडीसी लिमिटेड की वहनीय ऊर्जा समाधानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस परियोजना के माध्यम से हमने स्वच्छ ऊर्जा का नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है, जो जल संरक्षण और ऊर्जा उत्पादन में एक नई मिसाल है।”
इस परियोजना के शुभारंभ के साथ ही टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड की कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता अब 10.9 गीगावाट तक पहुँच गई है, जिसमें से 5.6 गीगावाट की परियोजनाएं क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का यह लॉन्च पर्यावरणीय संरक्षण और ऊर्जा क्षेत्र में भविष्य के लिए प्रेरणा स्रोत है, जो भारत की नवीकरणीय ऊर्जा यात्रा में एक स्थायी और प्रभावी कदम है।