पूर्व DRDO प्रमुख डॉ. वी.के. सारस्वत ने छात्रों को दिया ‘विकसित भारत @2047’ का विजन
अहमदाबाद | भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII), अहमदाबाद ने शुक्रवार को अपने 24वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम में 74 छात्रों को उनके उद्यमिता आधारित शैक्षणिक कार्यक्रमों में सफलतापूर्वक स्नातक होने पर प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे नीति आयोग के सदस्य और DRDO के पूर्व प्रमुख, डॉ. विजय कुमार सारस्वत। उन्होंने छात्रों को राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए प्रेरित किया और ‘विकसित भारत @2047’ के सपनों को साकार करने में उनकी भूमिका को रेखांकित किया।
देश के 12 राज्यों से आए 74 स्नातक
इस दीक्षांत समारोह में तीन प्रमुख कार्यक्रमों के छात्र शामिल रहे –
- PGDM – एंटरप्रेन्योरशिप (64 छात्र)
- PGDM – इनोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप एंड वेंचर डेवलपमेंट (8 छात्र)
- फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (2 छात्र)
छात्रों ने स्टार्टअप इनोवेशन पॉलिसी के तहत ग्रांट स्वीकृतियाँ भी हासिल की हैं। इनमें शामिल हैं नवाचारी तकनीकों पर आधारित व्यवसाय – जैसे छोटे पवन टरबाइन, स्मार्ट डिजिटल लॉकर, ब्लड डिलीवरी सिस्टम, वॉटरलेस आयरन ओवर बैनिफिशिएशन और ऊर्जा दक्ष उत्पाद।
डॉ. सारस्वत ने छात्रों को दिया विजन
अपने प्रेरणास्पद संबोधन में डॉ. सारस्वत ने कहा –
“भारत आज एक ऐतिहासिक बदलाव के मोड़ पर है। ऐसे में, उद्यमिता सिर्फ व्यवसाय नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का माध्यम बन चुकी है। आप जो भी समाधान विकसित करें, उसका मूल्यांकन इस आधार पर हो कि वह देश की प्रगति में क्या योगदान देता है।“
उन्होंने विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर पर संवाद, सांस्कृतिक समझ और अनिश्चितताओं में भी रणनीतिक निर्णय लेने की सलाह दी।
प्रमुख उद्योग प्रतिनिधियों की उपस्थिति
समारोह में संस्थान के चेयरमैन एवं IDBI बैंक के एमडी एवं सीईओ श्री राकेश शर्मा, डायरेक्टर जनरल डॉ. सुनील शुक्ला, वाडीलाल इंडस्ट्रीज के एमडी श्री राजेश गांधी, IFCI लिमिटेड के एमडी श्री राहुल भावे और IDBI की श्रीमती पूर्णिमा भार्गव भी शामिल रहे।
श्री राकेश शर्मा ने कहा,
“EDII ने चार दशकों में उद्यमिता को एक सशक्त अनुशासन के रूप में स्थापित किया है। आज जब भारत प्रतिस्पर्धात्मकता और उत्पादकता पर ध्यान दे रहा है, तो ईडीआईआई उसकी नींव मजबूत कर रहा है।“
छात्रों को मिला नवाचार और नेतृत्व का संबल
डायरेक्टर जनरल डॉ. सुनील शुक्ला ने कहा,
“हमारा पाठ्यक्रम अकादमिक गहराई और व्यवहारिकता का संतुलन प्रदान करता है। हमारे छात्रों को इनोवेशन, नैतिक नेतृत्व और रणनीतिक सोच की गहराई मिलती है।“
उन्होंने डॉ. सारस्वत की उपस्थिति को समारोह के लिए “विशेष प्रेरणा” बताया और सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया।


