इस वर्ष राष्ट्रपति भारत स्वर्ण पदक विजेता भी एक महिला छात्रा हैं।
मंडी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी ने आज अपने रमणीय नॉर्थ कैंपस, कमांड वैली में अपना 13वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया। यह समारोह तकनीकी नवाचार, अंतःविषय अनुसंधान और अगली पीढ़ी के उद्यमियों की तैयारी में आईआईटी मंडी की बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है।
शैक्षणिक उपलब्धियों का विवरण
इस वर्ष कुल 604 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं:
| डिग्री का प्रकार | स्नातकों की संख्या |
| पीएच.डी. | 71 |
| स्नातकोत्तर (PG) | 245 |
| बी.टेक स्नातक | 288 |
| कुल योग | 604 |
- महिला प्रतिनिधित्व: कुल स्नातकों में 25 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं।
- अकादमिक रिकॉर्ड: आईआईटी मंडी के निदेशक के अनुसार, इस वर्ष के राष्ट्रपति भारत स्वर्ण पदक विजेता भी एक महिला छात्रा हैं।
प्रमुख अतिथि और संबोधन
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. शेखर सी. मंडे, पूर्व महानिदेशक, विज्ञान एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) उपस्थित थे। उन्होंने स्नातकों को राष्ट्रीय और वैश्विक चुनौतियों को समझदारी और नैतिकता के साथ नेतृत्व करने के लिए प्रोत्साहित किया।
- अध्यक्षता: प्रो. लक्ष्मिधर बेहरा, निदेशक, आईआईटी मंडी।
- अन्य अतिथि: डॉ. जगन्नाथ नायक (निदेशक, चेस, डीआरडीओ) और प्रो. बुदाराजु श्रीनिवास मूर्ति (निदेशक, आईआईटी हैदराबाद)।
प्रो. बेहरा ने अपने संबोधन में कहा कि आईआईटी मंडी ने अंतरविषयक अनुसंधान का एक ऐसा केंद्र स्थापित किया है जो तकनीकी प्रगति और मानवीय मूल्यों के बीच पुल का काम करता है। उन्होंने संस्थान की एनआईआरएफ 2025 रैंकिंग में उपलब्धियों का भी उल्लेख किया।
भविष्य-उन्मुख शैक्षिक दृष्टिकोण
यह दीक्षांत समारोह इसलिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें नए प्रारंभ किए गए कार्यक्रमों के पहले बैच के स्नातक शामिल थे:
- बी.टेक–एम.टेक ड्यूल डिग्री
- बी.टेक विथ सेकंड मेजर
- बी.टेक विथ स्पेशलाइजेशन
- पहली बार: बी.टेक विथ स्पेशलाइजेशन इन एंटरप्रेन्योरशिप
इस वर्ष 13 छात्रों को बी.टेक (ऑनर्स) डिग्रियां भी प्रदान की गईं।
उत्कृष्टता और नेतृत्व के लिए पुरस्कार
समारोह में उत्कृष्ट शैक्षणिक और अनुसंधान प्रदर्शन को मान्यता दी गई:
| पुरस्कार का नाम | विजेता | श्रेणी/योगदान |
| राष्ट्रपति स्वर्ण पदक और संस्थान रजत पदक | रिया अरोरा | बी.टेक (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग) |
| निदेशक स्वर्ण पदक | वैभव केशरवानी | उत्कृष्ट अकादमिक और नेतृत्व योगदान |
| संस्थान स्वर्ण पदक | भाव्या | पोस्टग्रेजुएट कार्यक्रमों में असाधारण विद्वता |
NBCC (इंडिया) लिमिटेड ने सिविल इंजीनियरिंग में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले तीन छात्रों को पुरस्कार देकर स्थायी अवसंरचना विकास में उत्कृष्टता की मान्यता दी।
भविष्य की दिशा: यह कार्यक्रम आईआईटी मंडी के मिशन को दोहराता है: ऐसे तकनीकी विशेषज्ञ, शोधकर्ता और नवप्रवर्तक तैयार करना जो रचनात्मकता, सहानुभूति और साहस के साथ एक स्थायी भविष्य का निर्माण करेंगे। आईआईटी मंडी अपने 15वें वर्ष के दीक्षांत समारोह को पहले बैच के लिए होम कमिंग के रूप में मनाने की योजना बना रहा है।


