सुकमा/ नवीन कश्यप/ खबर डिजिटल/ छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पोलमपल्ली थाना क्षेत्र के ग्राम तोयपारा में नवखाई पर्व के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई जब उत्सव के बीच आपसी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। यह झगड़ा इतना बढ़ा कि दो ग्रामीणों की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार की देर शाम गांव में नवखाई का पारंपरिक पर्व मनाया जा रहा था। ग्रामीण आपस में हर्षोल्लास के साथ उत्सव मना रहे थे, इसी दौरान किसी बात को लेकर पोडियम देवा पिता भीमा (उम्र लगभग 45 वर्ष) और पोडियम पोदीया पिता देवा (उम्र लगभग 35 वर्ष) के बीच विवाद हो गया।
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मारपीट की नौबत आ गई। देखते ही देखते दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए और घटनास्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई। ग्रामीणों ने तुरंत घटना की सूचना थाना पोलमपल्ली को दी। पुलिस दल मौके पर पहुंचा और शवों को कब्जे में लेकर जांच प्रारंभ की।
वीरेंद्र थाना प्रभारी पोलमपल्ली ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आपसी विवाद के दौरान हुई मारपीट से दोनों की मौत का प्रतीत होता है। फिलहाल पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्र किए हैं तथा मृतकों के परिजनों एवं प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि घटना की जांच कई पहलुओं को ध्यान में रखकर की जा रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि घटना पूरी तरह आपसी विवाद का परिणाम है या इसमें किसी तीसरे व्यक्ति की भूमिका रही है। अधिकारियों के अनुसार, मामले की विस्तृत जानकारी पृथक रूप से जारी की जाएगी।
गौरतलब है कि नवखाई पर्व बस्तर अंचल का प्रमुख कृषि पर्व है, जिसे नए धान की फसल आने के बाद खुशी के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व आमतौर पर एकता और सामूहिकता का प्रतीक मानाH. जाता है, लेकिन इस बार तोयपारा गांव में यह पर्व दो जिंदगियां निगल गया।
इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में शोक का माहौल है। पुलिस की जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि विवाद की असल वजह क्या थी। फिलहाल थाना पोलमपल्ली पुलिस मामले की विवेचना में जुटी हुई है।


