नईदिल्ली@रिपोर्ट -धर्मेद्र तिवारी
नई दिल्ली। किसानों के लिए इस बार 2018 का मानसून बहुत ही अच्छा रहेगा। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार अच्छी बरसात होगी और फसल पैदावार में भी बढ़ोत्तरी होगी। मौसम विभाग के महानिदेशक के जे रमेश ने बताया कि इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने की संभावना है। मानसून लम्बी अवधि के 97 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। यह लगातार तीसरा वर्ष होगा जब मानसून सामान्य रहेगा। देश में करीब 45 प्रतिशत सिंचित क्षेत्र है और शेष भूमि पर वर्षा आधारित खेती की जाती है जिसके लिए मानसून का सामान्य रहना बेहद महत्वपूर्ण होगा।
नहीं पड़ेगा सूखा
मौसम संबंधी पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी कंपनी स्काइमेट ने भी इस साल के मॉनसून का पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि 2018 में मॉनूसन सामान्य रह सकता है। स्काइमेट के अनुसार, इस साल सूखा पड़ने की संभावना शून्य फीसदी है। स्काइमेट की ओर से जारी दीर्घावधि मानसून पूवार्नुमान के अनुसार, जून से सितंबर की चार माह की मानसून अवधि में दीर्घावधि औसत 887 मिलीमीटर के मुकाबले इस साल 100 फीसदी बारिश होने का अनुमान है।ॉ
इस साल मानसून सामान्य
आईएमडी ने यह भी कहा कि सीजन के संबंध में साफ तस्वीर जून में ही सामने आएगी, जो कि 1 जून से 30 सितंबर तक चलता है। आईएमडी के डायरेक्टर जर्नल केजी रमेश ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, “भारत में इस साल मानसून सामान्य रहेगा। अनुमान सुझाते हैं कि साल 2018 के दौरान बारिश पूरे देश में औसत ही रहेगी और कुल मिलाकर यह 97 फीसद से आसपास ही रहेगी।”
कृषि क्षेत्र के लिए राहत
मौसम विभाग ने इस साल अच्छी बारिश की संभावना जताई है जो कि देश के कृषि क्षेत्र के लिए एक राहतभरी खबर है। देश के मौसम ने सोमवार को यह घोषणा की है। मौसम विभाग की ओर से की गई इस भविष्यवाणी में लॉन्ग पीरियड एवरेज (एलपीए) में 5 फीसद की प्लस-माइनस की त्रुटि भी शामिल है। 96 से 104 फीसद का आंकड़ा सामान्य मानसून माना जाता है।