अर्चना तिवारी लापता मामला में आज पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। GRP की प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेल एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि अर्चना तिवारी के लिए लगातार शादी के रिश्ते आ रहे थे, लेकिन अर्चना तिवारी शादी नहीं करना चाहती थी. शुजालपुर के रहने वाले सारांश से अर्चना की इंदौर में दोस्ती हुई थी. एक ही ट्रेन में उस दिन दोनों यात्रा कर रहे थे.
रेल एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि सारांश ने कुछ लीगल एडवाइज ली थी. इस बीच अर्चना के घर वालों ने पटवारी के साथ रिश्ता तय कर दिया था और घर वालों ने अर्चना पर पढ़ाई छोड़कर शादी का दबाव बनाया. अर्चना ने सारांश से हरदा में ढाबे पर बैठक बात की और भागने की प्लानिंग बनाई, लेकिन बाद में भागने की प्लानिंग कैंसल कर दी और गुमशुदगी की साजिश रची. अर्चना को लगा था कि GRP मिसिंग पर इतना ध्यान नहीं देगी.
7 अगस्त को अर्चना हुई थी लापता
बेटी अर्चना तिवारी, जो 7 अगस्त को इंदौर–बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस से अपने घर कटनी लौटने के दौरान रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थीं, आखिरकार 13 दिन बाद सकुशल बरामद कर ली गई हैं।सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश जीआरपी और रेलवे पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अर्चना तिवारी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में नेपाल बॉर्डर के पास से सुरक्षित ढूंढ़ निकाला गया। पुलिस टीम उन्हें भोपाल लेकर पहुंच चुकी है, जहां उनसे पूछताछ की जाएगी और बयान दर्ज किए जाएंगे।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा कि अर्चना 13 दिन तक कहां रही और किन परिस्थितियों में नेपाल सीमा तक पहुंची।अर्चना तिवारी के लापता होने के बाद उनके परिजन और कटनी वासी गहरी चिंता और बेचैनी में थे। अब उनके सकुशल मिलने से परिवार सहित पूरे कटनी शहर में राहत और खुशी का माहौल है।