भोपाल: क्रिसमस की पूर्व संध्या पर, जसवंत दांगी वेलफेयर सोसाइटी द्वारा अरेरा कॉलोनी स्थित 10 नंबर फुलवारी मार्केट में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप ने 15 साल पूरे कर लिए हैं और इस बार भी इसे भोपालवासियों का जबरदस्त समर्थन मिला। कैंप में 1000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया और दिन के अंत तक कुल 237 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया।
इस रक्तदान अभियान में सभी वर्गों के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। व्यापारी, विद्यार्थी, श्रमिक, किसान, महिलाएं, पुलिसकर्मी, और राजनेता, सभी ने रक्तदान कर जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने के इस नेक कार्य में योगदान दिया। महिलाओं ने भी बड़े जोश के साथ रक्तदान में भाग लेकर समाज के लिए अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।
आयोजन का उद्देश्य
आयोजन के पीछे मुख्य उद्देश्य रक्तदान के महत्व को समझाना और समाज में इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना था। आयोजक गोपाल ठाकुर और उनकी टीम ने इस महादान में भाग लेने वाले सभी रक्तदाताओं का आभार व्यक्त किया। ठाकुर ने कहा,
“हमारा मकसद है कि रक्तदान के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर किया जाए और लोगों को यह समझाया जाए कि रक्तदान किसी की जिंदगी बचाने का सबसे सरल और प्रभावी तरीका है। हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी भोपालवासी इसी उत्साह के साथ हमारा साथ देंगे।”
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में कई प्रमुख हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इनमें राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल, सूचना आयुक्त डॉ. उमाशंकर पचौरी, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश योगेश कुमार गुप्ता, और अन्य नेता एवं अधिकारी शामिल रहे। सभी ने इस पहल की सराहना की और इसे समाज के लिए प्रेरणादायक बताया।
रक्तदान से जुड़ी वैज्ञानिक जानकारी
हमीदिया अस्पताल के ब्लड बैंक इंचार्ज, पुनीत टंडन ने बताया कि 2001 तक मध्य प्रदेश में केवल 60,000 यूनिट रक्त एकत्र होता था, जो आज लाखों यूनिट तक पहुंच गया है। उन्होंने रक्तदान से जुड़े कई मिथकों को तोड़ते हुए कहा:
- रक्तदान से शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।
- 18 से 65 वर्ष तक का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति हर 3 महीने में रक्तदान कर सकता है।
- रक्तदान के बाद बने नए रक्त कण अधिक ऑक्सीजन वहन करते हैं, जिससे शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है।
- एक बार में लिया गया रक्त (0.33 लीटर) शरीर में आसानी से पुनः बन जाता है।
लोगों की जागरूकता और सहभागिता
यह कैंप भोपालवासियों की जागरूकता और समाज सेवा के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक बना। लोगों ने बिना किसी झिझक रक्तदान किया और समाज में एक मिसाल कायम की। जसवंत दांगी वेलफेयर सोसाइटी के इस प्रयास ने रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर किया और लोगों को रक्तदान के महत्व को समझाने में मदद की।
इस कार्यक्रम ने यह साबित किया कि छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। जसवंत दांगी वेलफेयर सोसाइटी ने समाज में रक्तदान के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण बनाने में सफलता हासिल की है।