खबर डिजिटल/ भोपाल: मध्यप्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस प्रदेशभर में प्रदर्शन कर रही है। प्रदर्शन में जनप्रतिनिधि, कांग्रेस कार्यकर्ता और समाजसेवी संस्थाएं भी शामिल हो रही है। रविवार को प्रदेस कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने ट्वीट कर कहा कि “मध्य प्रदेश में लोकतंत्र अब आख़िरी साँसे ले रहा है। पहले बेटियों की सच्चाई को उजागर करने पर @mitendradsingh जी के खिलाफ FIR और अब युवा कांग्रेस के ‘बेटी बचाओ’ अभियान की अनुमति रद्द करना, साफ दर्शाता है कि सरकार सच्चाई से कितनी डरी हुई है।”
उनका कहना है कि मध्य प्रदेश में लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर चिंताएं गहराती जा रही हैं, जब राज्य में ‘बेटी बचाओ’ अभियान के मशाल मार्च कार्यक्रम की अनुमति रद्द कर दी गई। युवा कांग्रेस के नेतृत्व में यह अभियान बेटियों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के लिए आयोजित किया जा रहा था। इस घटना ने राज्य की राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
पटवारी ने यह भी कहा कि यह लड़ाई आसान नहीं होगी, लेकिन कांग्रेस और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता लोकतांत्रिक तरीके से अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से हार न मानने की अपील की और सरकार पर आरोप लगाया कि वह सच की आवाज़ को दबाने का हर संभव प्रयास कर रही है। यह विवाद उस समय और बढ़ गया जब युवा कांग्रेस के नेता मितेन्द्र सिंह के खिलाफ बेटियों के मुद्दों को उजागर करने पर FIR दर्ज की गई। कांग्रेस ने इसे सरकार द्वारा लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन और सत्ता का दुरुपयोग बताया है।
विपक्षी दल कांग्रेस का मानना है कि यह घटनाएं सरकार की असहिष्णुता और आलोचना का सामना न करने की मानसिकता को दर्शाती हैं। दूसरी ओर, सरकार का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाए गए हैं। मध्य प्रदेश में आगामी चुनावों से पहले यह घटनाक्रम राजनीतिक माहौल को और अधिक गर्म कर सकता है।