शिवपुरी,– मध्यप्रदेश के वन्यजीव संरक्षण को नई दिशा देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज माधव टाइगर रिजर्व का शुभारंभ करेंगे। यह प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व और देश का 58वां टाइगर रिजर्व बन गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एक बाघ और एक बाघिन को रिजर्व में छोड़ा, जिससे यहां बाघों की संख्या बढ़कर 7 हो गई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि “माधव टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने से वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटन को नई ऊंचाई मिलेगी।”
माधव टाइगर रिजर्व: ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहर
शिवपुरी स्थित माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने से यह क्षेत्र और अधिक संरक्षित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थान ऐतिहासिक और प्राकृतिक रूप से समृद्ध है, जिसका सीधा लाभ वन्यजीवों और पर्यटकों को मिलेगा।
रिजर्व की प्रमुख विशेषताएँ:
- कुल क्षेत्रफल: 375.233 वर्ग किलोमीटर
- आरक्षित वन क्षेत्र: 32,429.52 हेक्टेयर
- संरक्षित वन क्षेत्र: 2,422.00 हेक्टेयर
- राजस्व क्षेत्र: 2,671.824 हेक्टेयर
- मौजूदा बाघों की संख्या: 5 (2 नर, 3 मादा)
- बाघिन द्वारा जन्मे शावक: 2 (8-9 माह की उम्र)
- नए बाघ और बाघिन छोड़े जाने के बाद कुल बाघ: 7
वन्यजीव संरक्षण के लिए मजबूत सुरक्षा दीवार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 13 किलोमीटर लंबी पत्थर की सेफ्टी वॉल का भी उद्घाटन किया, जिससे रिजर्व में वन्यजीवों की सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा।
मध्यप्रदेश: ‘टाइगर स्टेट’ की पहचान बरकरार मध्यप्रदेश पहले से ही ‘टाइगर स्टेट’ के रूप में प्रसिद्ध है। माधव टाइगर रिजर्व के जुड़ने से यह पहचान और मजबूत होगी। प्रदेश में अब 9 टाइगर रिजर्व हैं, जो वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इस कदम से न केवल वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा बल्कि शिवपुरी और आसपास के इलाकों में पर्यटन को भी नया विस्तार मिलेगा।