नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक और बड़ा इतिहास रचा है| इसरो आज श्रीहरिकोटा से अपने 100वें उपग्रह का प्रक्षेपण किया| इसरो का इस वर्ष का यह पहला प्रक्षेपण है| यह मिशन देश के अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगा| बता दें कि आंध्रप्रदेश में स्थित श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किए गए| यह इसरो का 42वाँ और साल 2018 का पहला मिशन है|
दरअसल, इसरो पीएसएलवी श्रृंखला के साथ अपना 100वाँ सैटेलाइट अंतरिक्ष में छोड़ा है जिसका नाम कार्टोसैट-2, है| इस सैटलाइन को आई इन द स्काई के नाम से भी जाना जा रहा है, क्योंकि ये अतंरिक्ष से तस्वीरें लेने के लिए ही बनाया गया है| खास बात है कि ये पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर पैनी नजर बनाए रखेगा| इसरो का 100वाँ सैटेलाइट कार्टोसैट-2 शृंखला का मौसम उपग्रह और 30 अन्य उपग्रह आज 9:28 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लांच होगा| बृहस्पतिवार सुबह पाँच बजकर 29 मिनट पर इसका 28 घंटे से उलटी गिनती शुरू हो गयी है|
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मुताबिक…..
इसरो के मुताबिक 44.4 मीटर लंबे राकेट पीएसएसवी-40 से लांच होने वाले इन उपग्रहों में कार्टोसैट-2, भारत का एक नैनो सैटेलाइट, एक माइक्रो सैटेलाइट और 28 विदेशी उपग्रह शामिल हैं| विदेशी उपग्रहों में कनाडा, फिनलैंड, कोरिया, फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के 25 नैनो और तीन माइक्रो सैटेलाइट शामिल हैं|