काबुल। उत्तरी अफगानिस्तान में बुधवार को शक्तिशाली भूकंप आया। साल के पहले चंद्रग्रहण के साथ आए इस भूकंप के झटके भारत के उत्तरी राज्यों और पाकिस्तान में भी महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 मापी गई। अफगानिस्तान से फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। लेकिन, पाकिस्तान के क्वेटा शहर में घर की छत गिरने से एक लड़की की मौत गई।खैबर पख्तूनख्वा में 10 लोगों के घायल होने की खबर है। पाकिस्तान में कुल मिलाकर घायलों की संख्या 19 बताई गई है। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, भूकंप भारतीय समयानुसार दिन में 12.37 बजे अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमा पर हिंदूकुश पर्वतों में आया।
टोलो न्यूज ने बताया कि इसका केंद्र अफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत के जर्म जिले में था। इस इलाके में अक्टूबर, 2015 में भी 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके कारण हुए भूस्खलन तथा इमारतें ढहने की घटनाओं में 380 से ज्यादा लोग मारे गए थे। काबुल शहर में भूकंप से डरे लोग घरों और दुकानों से बाहर निकल आए। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने एक टीवी चैनल को बताया कि तत्काल किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।पाकिस्तानी शहर इस्लामाबाद, पेशावर तथा लाहौर में भी लोग घरों, दफ्तरों तथा स्कूलों से बाहर आ गए। क्वेटा शहर में कई घरें ध्वस्त या क्षतिग्रस्त हो गई हैं। करीब दर्जनभर घायल लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और क्षेत्र के सभी अस्पतालों में आपातकाल घोषित की गई है। खैबर पख्तूनख्वा में नुकसान के आकलन के लिए बचाव टीमें रवाना की गई हैं। पेशावर में एक स्कूल की इमारत ढह गई। इसमें कई बच्चों के घायल होने की आशंका है। बचाव कार्य तत्काल शुरू कर दिया गया।
भारत में दिल्ली, कश्मीर, राजस्थान में लगे झटके
भारत में दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, कश्मीर तथा राजस्थान में भूकंप के झटके महसूस किया गया। कश्मीर में डरे-सहमे लोग सुरक्षा के लिए घरों से बाहर आ गए। एहतियात के तौर पर कुछ देर के लिए बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। लेकिन किसी नुकसान की खबर नहीं है। दिल्ली में मेट्रो ट्रेनें कुछ देर के लिए ठहर गईं, लेकिन सेवाएं बाधित नहीं हुईं। राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, अजमेर और नागौर में भी कुछ सेकंड तक झटका महसूस किया गया। पुलिस के मुताबिक कहीं से जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।