नई दिल्ली/मुंबई. नोटबंदी के करीब डेढ़ साल बाद कई राज्यों में एक बार खाली एटीएम में नकदी संकट आ गया है। देश के कई हिस्सों जैसे आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, बिहार, मध्य प्रदेश में लोगों नकदी संकट से जूझ रहे है। हालांकि सरकार और रिजर्व बैंक कैश की पर्याप्त उपलब्धता का दावा कर रहे हैं। लोग कैश क्रंच की वजह जानना चाहते हैं और सरकार का कहना है कि नोटों की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि से समस्या आई है। हालांकि अबतक सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है। कई बैंक अधिकारियों का कहना है कि 2000 के नोट बैंकों में वापस नहीं आ रहे हैं।
देश में नकदी संकट
करंसी की डिमांड में अस्वाभाविक रूप से बढ़ोतरी होने और 2000 रुपये के नोटों की सप्लाई घटने से 18 महीनों में दूसरी बार देश में कैश क्रंच की नौबत आ गई है। नवंबर 2016 में पीएम नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को रद्द घोषित कर नोटबंदी लागू की थी। नोटबंदी के बाद आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट जारी किए थे ताकि जल्द से जल्द लोगों को करेंसी मुहैया कराई जा सके। एसबीआई के डेप्युटी एमडी नीरज व्यास ने कहा, ‘2000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में नहीं आ रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘एटीएम में हम 2000 रुपये के जितने भी नोट डालते हैं, वे निकल जाते हैं, लेकिन फिर काउंटर पर नहीं लौटते। लिहाजा 2000 रुपये का स्टॉक कम होने के साथ एटीएम में कैसेट खाली चल रहे हैं। इसकी कपैसिटी करीब 50 लाख रुपये की होती है, जो अब ब्लॉक हो गई है।’ एटीएम में चार कैसेटों में करीब 65 लाख रुपये भरे जा सकते हैं। एक कैसेट में 2000 रुपये के नोट, दो में 500 रुपये और एक में 100 रुपये के नोट भरे जाते हैं। बैंकरों का दावा है कि 2000 रुपये के नोटों की तंगी के कारण एटीएम की 45 पर्सेंट कपैसिटी का उपयोग ही नहीं हो पा रहा है।
‘2000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में नहीं
करंसी की डिमांड में अस्वाभाविक रूप से बढ़ोतरी होने और 2000 रुपये के नोटों की सप्लाई घटने से 18 महीनों में दूसरी बार देश में कैश क्रंच की नौबत आ गई है। नवंबर 2016 में पीएम नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को रद्द घोषित कर नोटबंदी लागू की थी। नोटबंदी के बाद आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट जारी किए थे ताकि जल्द से जल्द लोगों को करेंसी मुहैया कराई जा सके। एसबीआई के एसबीआई के, ‘2000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में नहीं आ रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘एटीएम में हम 2000 रुपये के जितने भी नोट डालते हैं, वे निकल जाते हैं, लेकिन फिर काउंटर पर नहीं लौटते। लिहाजा 2000 रुपये का स्टॉक कम होने के साथ एटीएम में कैसेट खाली चल रहे हैं। इसकी कपैसिटी करीब 50 लाख रुपये की होती है, जो अब ब्लॉक हो गई है।’ एटीएम में चार कैसेटों में करीब 65 लाख रुपये भरे जा सकते हैं। एक कैसेट में 2000 रुपये के नोट, दो में 500 रुपये और एक में 100 रुपये के नोट भरे जाते हैं। बैंकरों का दावा है कि 2000 रुपये के नोटों की तंगी के कारण एटीएम की 45 पर्सेंट कपैसिटी का उपयोग ही नहीं हो पा रहा है।