नई दिल्ली – भारत के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक, आईआईएम संबलपुर, ने मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में एक अनोखी पहल की शुरुआत की है। संस्थान ने राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास नेटवर्क (एनएचआरडीएन) के सहयोग से अपने परिसर में एक नया चैप्टर स्थापित किया है, जो इसे यह कदम उठाने वाला देश का पहला आईआईएम बनाता है। यह ऐतिहासिक पहल उद्योग और शिक्षा जगत के बीच सहयोग को मजबूत करने और एचआर प्रथाओं को नए आयाम देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
यह चैप्टर मानव संसाधन विकास और वैचारिक नेतृत्व के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा, जो 20,000 से अधिक सक्रिय सदस्यों, वरिष्ठ एचआर पेशेवरों, शिक्षाविदों और छात्रों को विचारोत्तेजक चर्चाओं और परियोजनाओं के माध्यम से जोड़ने का अवसर देगा। इस पहल का उद्देश्य मानव संसाधन प्रथाओं के भविष्य को आकार देना और देश में एचआर के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करना है।
एनएचआरडीएन: एक प्रतिष्ठित संस्था
एनएचआरडीएन मानव संसाधन क्षेत्र में भारत का अग्रणी संगठन है, जिसने 52वां चैप्टर शुरू किया है। इसके अंतरराष्ट्रीय चैप्टर पहले से ही सिंगापुर, मध्य पूर्व और नेपाल जैसे देशों में सक्रिय हैं, साथ ही देश भर में 9 छात्र चैप्टर इसकी व्यापक पहुंच और प्रभाव को दर्शाते हैं। आईआईएम संबलपुर में इस चैप्टर की स्थापना न केवल संस्थान की शैक्षणिक उत्कृष्टता को रेखांकित करती है, बल्कि एचआर समुदाय की विशेषज्ञता को भी एकजुट करती है।
आईआईएम संबलपुर के निदेशक का वक्तव्य
आईआईएम संबलपुर के निदेशक, प्रोफेसर महादेव जायसवाल, ने इस उपलब्धि पर कहा:
“हमारा यह कदम मानव संसाधन क्षेत्र में भविष्य के लिए तैयार पेशेवरों को विकसित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एनएचआरडीएन के साथ यह सहयोग उद्योग विशेषज्ञों और छात्रों के लिए नवाचार और सहयोग का एक गतिशील इंटरफेस तैयार करेगा। हमारा उद्देश्य कौशल वृद्धि, नेटवर्किंग कार्यक्रमों और समकालीन एचआर रणनीतियों से लैस पेशेवरों की नई पीढ़ी तैयार करना है।”
एचआर क्षेत्र में नवाचार का नया अध्याय
यह चैप्टर एचआरडी के सैद्धांतिक और व्यावहारिक आयामों को मजबूत करने के लिए शोध, कार्यशालाओं और सेमिनारों का आयोजन करेगा। इसका उद्देश्य उद्योग के लिए नए मानक स्थापित करना और पेशेवरों के बीच उन्नत एचआरडी ज्ञान का प्रसार करना है।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण
कार्यक्रम में जेके ऑर्गनाइजेशन के प्रेसिडेंट (ग्रुप एचआर), श्री प्रेम सिंह, और थॉट लीडर एवं लेखक श्री अरुण मैरा मुख्य अतिथि थे। इस मौके पर उद्योग जगत के प्रमुख एचआर विशेषज्ञ, जैसे:
- धर्म रक्षित, हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड
- डॉ. अकील बुसराय, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, एनएचआरडीएन
- हरप्रीत दत्ता, जीएमआर ग्रुप
- सिमर दीप कौर, द मैक्स ग्रुप
- सुखजीत पसरीचा, इंडिगो
और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
स्थायी प्रभाव की दिशा में कदम
आईआईएम संबलपुर और एनएचआरडीएन का यह सहयोग न केवल एचआर पेशेवरों की अगली पीढ़ी को तैयार करेगा, बल्कि एचआर प्रथाओं को एक नई दिशा देने का काम भी करेगा। यह पहल उद्योग और शिक्षा के बीच एक मजबूत पुल के रूप में कार्य करेगी, जो मानव संसाधन क्षेत्र में इनोवेशन और उत्कृष्टता को बढ़ावा देगी।
समारोह की प्रमुख हस्तियां
इस अवसर पर आईआईएम संबलपुर के वरिष्ठ पदाधिकारी, जैसे प्रोफेसर पूनम कुमार, चेयरपर्सन (एमबीए, वर्किंग प्रोफेशनल, दिल्ली कैंपस) और संजय शर्मा, चीफ कॉरपोरेट रिलेशंस, उपस्थित थे। इस कार्यक्रम ने न केवल संस्थान के छात्रों और शिक्षकों को बल्कि उद्योग जगत के पेशेवरों को भी एक मंच पर लाकर मानव संसाधन विकास में एक नए युग की शुरुआत की।