Saturday, January 11, 2025
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सुवर्णप्राशन: बच्चों के समग्र विकास और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का आयुर्वेदिक उपाय

भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर कई अद्वितीय विधियों का वर्णन मिलता है। इन्हीं में से एक प्रभावी अभ्यास है सुवर्णप्राशन। यह आयुर्वेदिक उपाय बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, उनके समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने और शारीरिक एवं मानसिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए प्राचीन काल से अपनाया जाता रहा है।

सुवर्णप्राशन क्या है?
सुवर्णप्राशन एक विशेष आयुर्वेदिक प्रक्रिया है, जिसमें बच्चों को सुवर्ण भस्म (सोने के सूक्ष्म अंश) को घी और शहद के साथ विशिष्ट अनुपात में मिलाकर दिया जाता है। इसमें उपयोग किए जाने वाले घटक बच्चों की इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। यह उपाय जन्म से लेकर 16 वर्ष तक के बच्चों के लिए फायदेमंद माना गया है।

सुवर्णप्राशन के फायदे:

  1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना: यह बच्चों को संक्रमण, मौसमी बीमारियों और एलर्जी से बचाने में मदद करता है।
  2. स्मरण शक्ति और मानसिक विकास: यह मस्तिष्क के कार्यों को तेज करता है और स्मरण शक्ति को बढ़ावा देता है।
  3. पाचन और शारीरिक विकास: यह पाचन तंत्र को सुधारता है और बच्चों के समग्र शारीरिक विकास में मदद करता है।
  4. शांत स्वभाव: नियमित सेवन से बच्चों के स्वभाव में सकारात्मक बदलाव देखे जा सकते हैं।

भोपाल के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह:
भोपाल में अयोध्या नगर स्थित अखंड आयुर्वेद भवन के प्रसिद्ध वैद्य पंडित चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि सुवर्णप्राशन बच्चों के समग्र विकास और स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है। पंडित चंद्रशेखर तिवारी आयुर्वेद की आठ पीढ़ियों से चली आ रही परंपरा के सातवें पीढ़ी के विशेषज्ञ हैं। उनके दोनों पुत्र और पुत्रवधू भी आयुर्वेदिक चिकित्सक हैं।

पंडित तिवारी ने बताया कि बच्चों को सुवर्णप्राशन पुष्य नक्षत्र के दिन कराना चाहिए, जिससे उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में अद्भुत सुधार होता है। उन्होंने यह भी बताया कि सुवर्णप्राशन का नियमित सेवन बच्चों को मौसमी बीमारियों और संक्रमणों से बचाता है और उनकी स्मरण शक्ति को तेज करता है।

2025 में सुवर्णप्राशन के लिए पुष्य नक्षत्र की तिथियां:

  • जनवरी 14 (मंगलवार): सुबह 10:17 AM से सुबह 10:28 AM (जनवरी 15)
  • फरवरी 10 (सोमवार): शाम 6:01 PM से शाम 6:34 PM (फरवरी 11)
  • मार्च 9 (रविवार): रात 11:55 PM से रात 12:51 AM (मार्च 11)
  • अप्रैल 6 (रविवार): सुबह 5:32 AM से सुबह 6:25 AM (अप्रैल 7)
  • मई 3 (शनिवार): दोपहर 12:34 PM से दोपहर 12:53 PM (मई 4)
  • मई 30 (शुक्रवार): रात 9:29 PM से रात 9:07 PM (मई 31)
  • जून 27 (शुक्रवार): सुबह 7:22 AM से सुबह 6:35 AM (जून 28)
  • जुलाई 24 (गुरुवार): शाम 4:43 PM से शाम 4:00 PM (जुलाई 25)
  • अगस्त 21 (गुरुवार): दोपहर 12:27 PM से रात 12:08 AM (अगस्त 22)
  • सितंबर 17 (बुधवार): सुबह 6:26 AM से सुबह 6:32 AM (सितंबर 18)
  • अक्टूबर 14 (मंगलवार): रात 11:54 AM से दोपहर 12:00 PM (अक्टूबर 15)
  • नवंबर 10 (सोमवार): शाम 6:48 PM से शाम 6:17 PM (नवंबर 11)
  • दिसंबर 8 (सोमवार): सुबह 4:11 AM से रात 2:52 AM (दिसंबर 9)

पंडित चंद्रशेखर तिवारी की निशुल्क सेवाएं:
पंडित चंद्रशेखर तिवारी न केवल आयुर्वेद के माध्यम से रोगियों का उपचार करते हैं, बल्कि समाज सेवा के उद्देश्य से वर्ष में 4 दिन निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन भी करते हैं।

  • शरद पूर्णिमा के दिन: सांस की बीमारियों का निशुल्क इलाज और दवा।
  • संतान प्राप्ति हेतु: नि:संतान दंपतियों के लिए निशुल्क आयुर्वेदिक दवा।
  • पीलिया (जॉन्डिस): वर्ष में एक दिन निशुल्क इलाज।
  • मानसिक रोग और छात्रों के लिए परामर्श: निशुल्क सेवा।

संपर्क करें:
पंडित चंद्रशेखर तिवारी
HIG-378, सेक्टर H, फेज II, अयोध्या नगर, बायपास रोड, भोपाल
फोन: 0755-4251456, 94259 28946

(यह जानकारी केवल जागरूकता के लिए है। कृपया इसे अपनाने से पहले किसी प्रमाणित आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह लें।)

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