अमेज़न की मदद से 2024 के अंत तक भारत से 13 अरब डॉलर से अधिक का निर्यात संभव

  • अमेज़न ने ई-कॉमर्स निर्यात में प्रमुख रुझानों को रेखांकित करते हुए एक्सपोर्ट डाइजेस्ट 2024 प्रकाशित किया
  • अमेज़न के ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम ने 2015 से अब तक 1.50 लाख भारतीय निर्यातकों को दुनिया भर के ग्राहकों को 40 करोड़ से अधिक ‘मेड इन इंडिया’ उत्पाद बेचने में मदद की
  • महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और कर्नाटक, अमेज़न ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम पर सबसे अधिक निर्यातकों वाले राज्यों के रूप में उभरे हैं
  • सौंदर्य (40%+), परिधान (35%+), स्वास्थ्य और व्यक्तिगत देखभाल (30%+), खिलौने (25%+) और घर से जुड़े सामान (20%+) जैसी श्रेणियों में सबसे अधिक सालाना वृद्धि दिखी

नई दिल्ली : अमेज़न ने आज एक्सपोर्ट डाइजेस्ट 2024 का अनावरण किया और घोषणा की कि कंपनी 2024 के अंत तक भारत के हज़ारों भारतीय व्यवसायों को 13 अरब डॉलर से अधिक का ई-कॉमर्स निर्यात करने में मदद करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। अमेज़न के प्रमुख ई-कॉमर्स निर्यात कार्यक्रम, अमेज़न ग्लोबल सेलिंग को 2015 में लॉन्च किया गया था। पिछले नौ साल में, 1.50 लाख निर्यातक इस कार्यक्रम का हिस्सा रहे हैं, जिन्होंने कुल मिलाकर दुनिया भर के ग्राहकों को 40 करोड़ से अधिक ‘मेड इन इंडिया’ उत्पाद बेचे हैं। पिछले एक साल में इस कार्यक्रम के तहत कुल विक्रेताओं की संख्या में ~20% की वृद्धि हुई है। अमेज़न ग्लोबल सेलिंग को पूरे देश में तेज़ी से अपनाया जा रहा है और इसमें 200 से अधिक शहरों के विक्रेता हैं। यह विक्रेताओं को अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कनाडा, मेक्सिको, जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्पेन, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर आदि देशों में 18 से अधिक अमेज़न वैश्विक बाज़ारों पर करोड़ों ग्राहकों को बेचकर वैश्विक ब्रांड बनाने में मदद करता है।

श्री जयंत चौधरी, माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कौशल विकास और उद्यमिता तथा राज्य मंत्री शिक्षा, के अनुसार: “हमारे देश की आर्थिक वृद्धि के लिए एमएसएमई निर्यात को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है और ई-कॉमर्स इस संबंध में महत्वपूर्ण उत्प्रेरक साबित हो रहा है। सरकार ऐसा माहौल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें एमएसएमई प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप वैश्विक स्तर पर फल-फूल सकें और विस्तार कर सकें। अमेज़न ग्लोबल सेलिंग जैसे कार्यक्रमों की मदद से होने वाला निर्यात ई-कॉमर्स निर्यात, एमएसएमई को अपने उत्पादों को वैश्विक ग्राहकों के सामने प्रदर्शित करने के लिए अवसर प्रदान करने में सहायक है। देश भर के विभिन्न जिलों, शहरों और छोटे शहरों के उद्यमियों के लिए ई-कॉमर्स निर्यात करने की अपार संभावनाएं हैं। सही नीतियों और दक्ष परितंत्र के साथ, हम इन उद्यमियों को सशक्त बना सकते हैं और भारत को अग्रणी निर्यातक देश के रूप में स्थापित कर सकते हैं।"

अमेज़न इंडिया में डायरेक्टर, ग्लोबल ट्रेड, भूपेन वाकणकर के अनुसार, "अमेज़न ग्लोबल सेलिंग, भारतीय निर्यातकों को वैश्विक स्तर पर ग्राहकों तक पहुंच बनाने में मदद कर रही है और टेक्नोलॉजी वह प्रेरक शक्ति है, जो भारतीय एमएसएमई के लिए ई-कॉमर्स निर्यात को सरल बना रही है। हम विक्रेताओं को अपनी पहुंच को अपनी ज़रूरत के अनुरूप बढ़ाने, उत्पाद खोज बढ़ाने और बिक्री बढ़ाने में मदद करने के लिए टूल और टेक्नोलॉजी में उल्लेखनीय रूप से निवेश कर रहे हैं। कार्यक्रम की सफलता अमेज़न के वैश्विक बाज़ारों पर संपन्न व्यवसायों का निर्माण करने वाले निर्यातकों की बढ़ती संख्या से स्पष्ट है। हम टेक्नोलॉजी का लाभ उठाकर और विभिन्न हितधारकों के साथ मजबूत संबंधों के ज़रिये छोटे व्यवसायों और स्टार्टअप के विकास का समर्थन जारी रखेंगे। अमेज़न 2025 तक भारत से कुल 20 अरब डॉलर का ई-कॉमर्स निर्यात करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।

एक्सपोर्ट डाइजेस्ट 2024 की मुख्य बातें:

एक्सपोर्ट डाइजेस्ट 2024, ई-कॉमर्स निर्यात पर अमेज़न की वार्षिक कॉफी टेबल बुक, (नई रिपोर्ट के साथ हाइपरलिंक किया गया) अमेज़न ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम के ज़रिए भारत से ईकॉमर्स निर्यात की सफलता और पैमाने के बारे में जानकारी प्रदान करता है और यह वैश्विक बाज़ारों में ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों की बढ़ती मांग को दर्शाता है। अमेज़न ग्लोबल सेलिंग ने देश भर में एमएसएमई और उद्यमियों के लिए निर्यात को आसान और अधिक सुलभ बनाने के लिए महत्वपूर्ण निवेश किए हैं। इस कार्यक्रम में अब 28 राज्यों, 7 केंद्र शासित प्रदेशों और 200 से ज़्यादा शहरों के निर्यातक शामिल हैं।

मिनिमलिस्ट के संस्थापक मोहित और राहुल यादव ने एक बयान में कहा, "अमेज़न ग्लोबल सेलिंग ने अमेरिका, ब्रिटेन, मध्य पूर्व, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया जैसे बाज़ारों में दुनिया भर में हमारे ग्राहकों की संख्या में तेज़ी से विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अमेज़न के एफबीए प्रोग्राम ने उद्योग में सबसे ज़्यादा डिलीवरी समय के साथ नए अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में प्रवेश को सहज और किफायती बना दिया है। तीन साल के भीतर, हमने अमेज़न यूएसए पर 135% से ज़्यादा और अमेज़न यूके पर 75%+ की वृद्धि की है, जो प्राइम डे की बिक्री में उछाल और लिस्टिंग को अनुकूलित करने और नए अवसरों की पहचान करने के लिए अमेज़न की डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि का लाभ उठाने से प्रेरित है।"

2023 में अमेज़न ग्लोबल सेलिंग पर शीर्ष वृद्धि वाली श्रेणियां

• सौंदर्य: साल दर साल 40% से अधिक की वृद्धि

• परिधान: साल दर साल 35% से अधिक की वृद्धि

• स्वास्थ्य एवं व्यक्तिगत देखभाल: साल दर साल 30% से अधिक की वृद्धि

• खिलौने: साल दर साल 25% से अधिक की वृद्धि

• घर से जुड़े सामान: साल दर साल 20% से अधिक की वृद्धि

अमेज़न ग्लोबल सेलिंग पर भारतीय विक्रेताओं के लिए शीर्ष अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार

• संयुक्त राज्य अमेरिका

• यूनाइटेड किंगडम

• कनाडा

• जर्मनी

• फ्रांस

• इटली

• स्पेन

• मेक्सिको

छोटे शहरों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हो रही है

• गुजरात के आनंद के निर्यातकों ने 2023 में 89 मिलियन डॉलर से अधिक की बिक्री की।

• उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के निर्यातकों ने 2023 में 47 मिलियन डॉलर से अधिक की बिक्री की।

• तमिलनाडु के करूर के निर्यातकों ने 2023 में 37 मिलियन डॉलर से अधिक की बिक्री की।

• उत्तराखंड के हरिद्वार के निर्यातकों ने 2023 में 27 मिलियन डॉलर से अधिक की बिक्री की।

• हरियाणा के पानीपत के निर्यातकों ने 2023 में 23 मिलियन डॉलर से अधिक की बिक्री की।

• तमिलनाडु के इरोड के निर्यातकों ने 2023 में 24 मिलियन डॉलर से अधिक की बिक्री की।

• उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के निर्यातकों ने 2023 में 15 मिलियन डॉलर से अधिक की बिक्री की।

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