मुंबई। देश में बुनियादी ढांचे पर बढ़ते सरकारी खर्च को देखते हुए पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार जैन ने कंपनी की भविष्य की वृद्धि को लेकर भरोसा जताया है। एक्सचेंजों पर लिस्टिंग के 10 साल पूरे होने के मौके पर उन्होंने शेयरधारकों के नाम एक पत्र जारी किया।
जैन ने बताया कि लिस्टिंग के बाद से कंपनी ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। “2015 में लिस्टिंग के समय 1,561 करोड़ रुपये के राजस्व से शुरू होकर अब कंपनी का टर्नओवर 7,699 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो 19.4% की सीएजीआर दर से वृद्धि को दर्शाता है।” इस अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ भी 100 करोड़ रुपये से बढ़कर 850 करोड़ रुपये हो गया है।
उन्होंने बताया कि EBITDA में भी 21.8% की दर से बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो अब 1,277 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। कंपनी का शेयर भी इन वर्षों में करीब 3.7 गुना बढ़ा है।
18,900 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक, भविष्य की मजबूती का संकेत
जैन ने कहा कि 31 दिसंबर 2024 तक कंपनी के पास 18,900 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के प्रोजेक्ट्स निष्पादनाधीन हैं, जो वित्त वर्ष 2024 के राजस्व का 2.4 गुना हैं। पीएनसी इंफ्राटेक को CARE AA+ और CARE A1+ की क्रेडिट रेटिंग भी प्राप्त है, जो कंपनी की वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है।
13 राज्यों में 90 से अधिक प्रोजेक्ट्स किए पूरे
अब तक कंपनी ने 13 राज्यों में सड़क, एक्सप्रेसवे, फ्लाईओवर, एयरपोर्ट रनवे सहित 90 से अधिक प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया है। परिचालन दक्षता का एक उदाहरण साझा करते हुए जैन ने बताया कि कंपनी ने 100 घंटे में 50.03 लेन किमी सड़क बनाने का रिकॉर्ड भी बनाया है, जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त है।
बजट में मिले समर्थन से ग्रोथ को मिलेगी रफ्तार
जैन ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में कंपनी और बेहतर प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा, “2025-26 के केंद्रीय बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए पूंजीगत व्यय बढ़ाकर 11.21 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। यह सरकार की प्रतिबद्धता और इस क्षेत्र की संभावनाओं को दर्शाता है।”