प्रमुख बिंदु:
- प्रौद्योगिकी का अनोखा मिश्रण: सिंगल-एक्सिस ट्रैकर और बाइफेसियल मॉड्यूल।
- ग्लास-टू-ग्लास मॉड्यूल: 560 डब्ल्यूपी और 565 डब्ल्यूपी बाइफेसियल मॉड्यूल।
- पर्यावरणीय प्रभाव: सालाना 780,300 टन कार्बन डाय ऑक्साइड ऑफसेट।
- ऊर्जा आपूर्ति: पश्चिमी मध्य रेलवे और मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड।
मुंबई:
भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी और टाटा पावर की सहायक इकाई टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) ने नीमच, मध्य प्रदेश में 431 मेगावाट डीसी सोलर परियोजना का सफलतापूर्वक उद्घाटन किया है। यह परियोजना, जो 1,635.63 एकड़ में फैली है, भारत की पहली ऐसी सोलर परियोजना है जो सिंगल-एक्सिस ट्रैकर और बाइफेसियल मॉड्यूल के अभिनव संयोजन का उपयोग करती है।
तकनीकी उत्कृष्टता और चुनौतियां
यह परियोजना आधुनिकतम प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए 15% अधिक दक्षता प्रदान करती है, जिससे विस्तारित घंटों के लिए पीक पावर सप्लाई सुनिश्चित की जा सकती है। पथरीले इलाकों, ट्रांसमिशन लाइनों और दूरस्थ साइट लॉजिस्टिक्स की चुनौतियों को पार करते हुए इसे सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है।
सीईओ का बयान
टाटा पावर रिन्यूएबल्स के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री दीपेश नंदा ने कहा: “नीमच में 431 मेगावाट डीसी सौर परियोजना के उद्घाटन पर हमें गर्व है। यह परियोजना हरित भविष्य की दिशा में हमारे प्रयासों और नवाचार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह न केवल पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देती है, बल्कि पश्चिमी मध्य रेलवे और मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करती है।”
पर्यावरणीय और ऑपरेशनल लाभ
- कार्बन उत्सर्जन में कमी: यह परियोजना सालाना 780,300 टन CO₂ ऑफसेट करेगी।
- उच्चतम इंजीनियरिंग मानक: SCADA कमिशनिंग के साथ, यह सिस्टम ऑप्टिमल परफॉर्मेंस और सीईए अनुरूपता सुनिश्चित करता है।
- स्थिरता: हार्मोनिक फिल्टर और स्टेटिक वार जेनरेटर (SVG) के उपयोग से यह परियोजना डब्ल्यूआरएलडीसी कम्प्लायंस का पालन करती है।
सरकार की सराहना
मध्य प्रदेश सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, श्री मनु श्रीवास्तव (IAS) ने कहा: “यह परियोजना न केवल सस्ती सौर ऊर्जा की संभावना को दर्शाती है, बल्कि भारत के ऊर्जा संक्रमण को गति देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हम इस साझेदारी पर गर्व महसूस करते हैं।”
टाटा पावर रिन्यूएबल्स की प्रगति
- कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता: 10.9 गीगावाट।
- परिचालन क्षमता: 5.4 गीगावाट, जिसमें 4.4 गीगावाट सौर और 1 गीगावाट पवन ऊर्जा शामिल है।
- कार्य प्रगति में: 5.5 गीगावाट की परियोजनाएं।
निष्कर्ष
टाटा पावर रिन्यूएबल्स की यह परियोजना भारत के हरित ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह तकनीकी नवाचार, दक्षता और पर्यावरणीय स्थिरता के मामले में एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत करती है।