उत्कृष्ट साहित्यिक योगदान के लिए सीतांशु यशश्चंद्र और विनोद कुमार शुक्ल सम्मानित
राष्ट्रीय, 12 नवंबर 2025: गोदरेज इंडस्ट्रीज़ ग्रुप द्वारा प्रस्तुत ‘लिटरेचर लाइव! द मुंबई लिटफेस्ट’ का 16वां संस्करण रविवार को सफलता के साथ संपन्न हुआ। तीन दिवसीय इस उत्सव ने भारत और दुनिया भर के 120 से अधिक प्रसिद्ध लेखकों, विचारकों और कलाकारों को एक मंच पर लाकर मुंबई की पहचान भारत की सांस्कृतिक और साहित्यिक राजधानी के रूप में एक बार फिर मजबूत की।
नेतृत्व का दृष्टिकोण
गोदरेज इंडस्ट्रीज़ ग्रुप के चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर नादिर गोदरेज ने कहा:
“साहित्य में हमारे समय की सच्चाई को समझने, सवाल करने, सुकून देने और जोड़ने की शक्ति होती है। लिटरेचर लाइव! द मुंबई लिटफेस्ट के माध्यम से हम सिर्फ कहानियों और विचारों का नहीं, बल्कि उस जिज्ञासा की भावना का उत्सव मनाते हैं जो नवाचार और प्रगति को प्रेरित करती है। हमें गर्व है कि हम इस मंच को जीवित रखने में योगदान दे रहे हैं, जो कल्पना को निरंतर प्रोत्साहित करता है।”
प्रमुख आकर्षण और वक्ता
उत्सव में नोबेल विजेता वेंकी रामकृष्णन, बुकर पुरस्कार विजेता शेहान करुणातिलका, पूर्व मुख्य न्यायाधीश धनंजय चंद्रचूड़, शशि थरूर, शोभा डे, जेरी पिंटो, और अन्य असाधारण कलाकारों सहित कई शानदार वक्ताओं की उपस्थिति रही।
- चर्चा के विषय: इस वर्ष की चर्चाओं में विविधता, समावेशन, रचनात्मकता, भारतीय पहचान का विकास और सामाजिक बदलाव में कथाओं की शक्ति जैसे विषय प्रमुख रहे।
- विशेष इंस्टॉलेशन: “लेटर्स टू द फ्यूचर” इंस्टॉलेशन ने आगंतुकों को आने वाली पीढ़ियों के पाठकों और लेखकों के लिए अपनी आशाएँ साझा करने का अवसर दिया।
प्रतिष्ठित गोदरेज लिटरेचर लाइव! अवॉर्ड्स
उत्सव का मुख्य आकर्षण गोदरेज लिटरेचर लाइव! अवॉर्ड्स रहा, जिसमें साहित्यिक उत्कृष्टता को सम्मानित किया गया।
| सम्मान का नाम | विजेता | योगदान |
| पोएट लॉरेट अवॉर्ड | श्री सीतांशु यशश्चंद्र | उत्कृष्ट साहित्यिक योगदान |
| लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड | श्री विनोद कुमार शुक्ल | उत्कृष्ट साहित्यिक योगदान |
अन्य श्रेणियों में फिक्शन, नॉन-फिक्शन, बिज़नेस राइटिंग और नाटक लेखन में उत्कृष्टता को सम्मानित किया गया।
समावेशन और एक्सेसिबिलिटी की प्रतिबद्धता
फेस्टिवल की को-डायरेक्टर एमी फर्नांडीस ने लिटफेस्ट की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला और समावेशन की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख किया।
- सांकेतिक भाषा (ISL): समावेशन की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, इस वर्ष के लिटफेस्ट में एक्सेस फॉर ऑल संस्था की मदद से 15 से अधिक सत्रों को भारतीय सांकेतिक भाषा (ISL) में प्रस्तुत किया गया।
- न्यूरोडाइवर्जेंट बच्चों के लिए: ओपन-एयर प्लाज़ा में एक सेंसरी-फ्रेंडली टेंट बनाया गया, जो न्यूरोडाइवर्जेंट बच्चों और अन्य प्रतिभागियों के लिए शांत और सहायक वातावरण प्रदान करता था, जिसमें स्पर्श-संवेदनशील सामग्री और प्रशिक्षित सहयोगियों की मदद शामिल थी।
यह आयोजन एक बार फिर साबित करता है कि मुंबई लिटफेस्ट विचारों के एक जीवंत आदान-प्रदान में विकसित हो चुका है जो विधाओं और पीढ़ियों की सीमाओं को पार करता है।


