हैदराबाद : तेलंगाना सरकार और हार्टफुलनेस संस्थान ने 21 दिसंबर 2024 को विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर गचीबावली स्टेडियम में एक विशाल सामूहिक ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया। इस विशेष अवसर पर ध्यान के महत्व को रेखांकित करते हुए, तेलंगाना के माननीय राज्यपाल श्री जिष्णु देव वर्मा, माननीय मुख्यमंत्री श्री रेवंत रेड्डी, उपमुख्यमंत्री श्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जुपल्ली कृष्ण राव मौजूद रहे।
ध्यान सत्र का नेतृत्व हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक और श्री राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष श्रद्धेय दाजी ने किया। उन्होंने विचार-प्रदूषण को 18वें संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य (UNSDG) के रूप में शामिल करने का आग्रह किया और इसे रोकने के लिए ध्यान को एक महत्वपूर्ण साधन बताया।
ध्यान और विचार-प्रदूषण से मुक्त समाज का लक्ष्य
तेलंगाना सरकार समग्र स्वास्थ्य और भारत के प्राचीन ध्यान परंपराओं को जीवित रखने की दिशा में कार्य कर रही है। हार्टफुलनेस संस्थान इस प्रयास को प्राचीन प्राणाहुति तकनीक (दिव्य ऊर्जा-संचरण) के माध्यम से सहयोग प्रदान कर रहा है।
ध्यान के वैज्ञानिक रूप से सिद्ध लाभों में शामिल हैं:
- ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार।
- सही निर्णय लेने और छात्रों की संज्ञानात्मक क्षमताओं को बढ़ाना।
- मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य में सुधार।
- एक स्थायी और समभावपूर्ण भविष्य का निर्माण।
श्रद्धेय दाजी ने कहा, “हम तेलंगाना सरकार के साथ ध्यान को बढ़ावा देने के लिए काम करके बेहद खुश हैं। ध्यान ही वह मार्ग है जो मानवता को दिव्यता तक पहुँचने में सक्षम बनाता है। 18वें UNSDG के रूप में विचार-प्रदूषण को शामिल करना सामूहिक चेतना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।”
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण
- विश्व ध्यान दिवस में भागीदारी निःशुल्क थी और सभी के लिए खुली रही।
- पंजीकरण और जानकारी के लिए hfh.li/worldmeditationday पर जाने की सुविधा।
हार्टफुलनेस: आध्यात्मिकता की सरल राह
हार्टफुलनेस संस्थान ध्यान और जीवनशैली में सुधार के लिए सरल और प्रभावी अभ्यास प्रदान करता है। इसकी स्थापना 1945 में भारत में श्री राम चंद्र मिशन के तहत हुई थी, जिसका उद्देश्य हर हृदय में शांति और संतोष लाना है। हार्टफुलनेस अभ्यास:
- सभी आयु वर्गों के लिए अनुकूल हैं (15 वर्ष से अधिक)।
- दुनिया भर में 160+ देशों में मौजूद हैं।
- 100,000 से अधिक पेशेवरों और लाखों लोगों द्वारा अपनाए जा रहे हैं।
इस कार्यक्रम ने ध्यान के महत्व और विचार-प्रदूषण मुक्त समाज की दिशा में एक बड़ा संदेश दिया, जो व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर समृद्धि और शांति का मार्ग प्रशस्त करता है।