शहडोल में सातवीं रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव 7th Regional Industrial Conclave at Shahdol का आयोजन हुआ जिसमें मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने देश-विदेश से आए निवेशकों, उद्योगपतियों और नवउद्यमियों से चर्चा कर उन्हें मध्यप्रदेश में निवेश की विशेषताएं बताईं।
*योद्धाओं से कम नहीं उद्योगपति*
इस अवसर पर उन्होंने उद्योगपतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अपना पेट तो सभी भर लेते हैं लेकिन जो दूसरों के लिए भी रोटी की व्यवस्था करे वही सच्चा उद्यमी होता है। जिस प्रकार युद्ध में योद्धा अपनी वीरता-गंभीरता और अस्त्र शस्त्रों से विजय दिलाता है उसी प्रकार उद्योगपति भी अपनी उद्यमशीलता के बल पर भारत को फिर से सोने की चिड़िया बना रहे हैं…उनकी भूमिका भी योद्धाओं से कम नहीं है।
*निवेशक सरलता, सहजता, सुगमता से करें व्यवसाय*
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेशक सरलता, सहजता, सुगमता के साथ अपना व्यापार-व्यवसाय बढ़ा सकें इसके लिए सरकार कटिबद्ध है। इसके लिए 11 विभागों ने 21 पॉलिसी तैयार कर ली हैं और 24 फरवरी को ग्लोबल इंडस्ट्री कान्क्लेव के आयोजन से पहले तक सभी विभागों की पालिसी बनकर आ जाएंगी। उन्होंने कहा कि हम हर महीने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्कलेव के साथ लोकार्पण और भूमिपूजन कर रहे हैं। ये किसी के खुश होने के लिए नहीं है बल्कि अपनी संतुष्टि और प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए है।
*6 रीजनल कॉन्क्लेव से 4 लाख करोड़ का निवेश*
उन्होंने बताया कि अब तक छह रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव हुईं जिनके माध्यम से 4 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं। इससे करीब 3 लाख लोगों को नया रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय लोग पुरुषार्थी होते हैं जो आग में भी अपनी क्षमता के बल पर बाग लगाना जानते हैं। इसीलिए मध्यप्रदेश सरकार भी सभी प्रकार की व्यवस्थाओं में सहभाग और सहयोग के साथ उद्योगपतियों को सम्मान के साथ सुविधाएं प्रदान कर रही है।
*40 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही सरकार*
उन्होंने निवेशकों के लिए चलाई जा रही प्रोत्साहन योजनाओं की जानकारी देते बताया कि नई निवेश नीति में नया उद्योग खोलने पर 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। मसलन हॉस्पिटल, स्कूल, होटल खोलने पर सब्सिडी दी जा रही है। इससे कई लोगों को रोजगार के रुप में प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा तो बड़ी संख्या में लोगों को अप्रत्यक्ष लाभ भी मिलेगा। रेडीमेड गारमेंट के कारखाने में 4 हजार श्रमिक होने पर प्रति श्रमिक पांच हजार रुपये का इंसेंटिव भी दस वर्षों तक मिलेगा।
*5 साल में प्रदेश की जीडीपी दोगुना करना लक्ष्य*
उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को उनकी क्षमता और स्किल के अनुसार रोजगार दिलाने का संकल्प है साथ ही अगले 5 साल में प्रदेश की जीडीपी को आर्थिक स्त्रोत के साथ दोगुना करने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि शहडोल, उमरिया, अनूपपुर का जो विकास रुका हुआ था वो समय अब चला गया है और आने वाले समय में इनका भी विकास भी होगा। साथ ही कहा कि विकास का अर्थ केवल भौतिक संरचना निर्माण नहीं है बल्कि लोगों को सुख सुविधा मिल सके तभी असली विकास होगा। और इसीलिए हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन पर काम कर रही हैं जिन्होंने देश की चार जातियों गरीब युवा महिला और किसान के विकास का उत्थान का संकल्प लिया है।
इस कॉन्क्लेव में 50 से अधिक विशिष्ट अतिथियों ने भागीदारी की साथ ही 3000 से अधिक MSMEप्रतिभागी शामिल हुए। इनमें से अधिकांश उर्जा, खनिज, कृषि, उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण एवं पर्यटन क्षेत्र के उद्योगपति थे जिन्होंने मध्यप्रदेश में निवेश में रुचि दिखाई है।