राज्य स्कूल एवम शिक्षा विभाग के द्वारा प्रदेश में गुरुवार 4 अप्रैल से शुरू हुई प्राथमिक व मिडिल स्कूल की 5वीं व 8वीं की बोर्ड परीक्षाओं में काफी अव्यवस्थाओं का आलम देखा गया। फिंगेस्वर ब्लॉक मुख्यालय के स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित 5वीं की बोर्ड परिक्षाओं में नवनिहाल बालक बालिकाओं को टाट पट्टी में बैठकर तकरीबन 2 घंटो का पेपर दिलाने में बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
वहीं स्कूल परिसर में आज हुए 8 वी बोर्ड की परीक्षा में बाकायदा बच्चे टेबल कुर्सी में बैठकर पेपर दिलाते मिले, आखिरकार मामला उजागर होता है कि एक ही दिन में एक ही छत के नीचे गिनती के मात्र 76 बच्चों को जमीन में टाटपट्टी बिछाकर पेपर दिलाना पड़ा, जबकि नवनिहाल छोटे बच्चो के लिए हर सम्भव पहल करते हुवे साल भर की पढ़ाई की परीक्षा दिलाये जाने स्कूल प्रबंधन के द्वारा बेहतर पहल किया जाना था।
मामले को लेकर जिम्मेदारों स्कूल प्रबंधन व परीक्षा प्रभारी से चर्चा करने पर एक दूसरे के ऊपर पल्ला झाड़ने के साथ ये भी कहने से बाज नही आये की साल भर बच्चे जमीन में टाटपट्टी पर ही बैठते आये है इसलिए पेपर 2 घंटे तो दिला ही सकते है,बच्चे आने वाले कल का भविष्य है बड़े बड़े सभा व सम्मेलनों में बड़े ही शान से कहा जाता है कि केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा शिक्षा के स्तर व गुणवत्ता को लेकर लाखों करोड़ो रुपयों का बजट बनाकर खर्च भी किया जाता है लेकिन विडम्बना यह है कि आने वाले कल के भविष्य को आखिर नजरअंदाज करने में जिम्मेदारों ने कोई कसर नहीं छोड़ रखी है।