मुंबई – देश में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंकों में से एक एक्सिस बैंक ने प्राइवेट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ग्रुप (पीआईडीजी) की शाखा गारंटको के साथ साझेदारी में भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली एनबीएफसी में से एक मुथूट कैपिटल को 1 बिलियन रुपये (लगभग 12 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर) की गारंटी दी है। इससे मुथूट कैपिटल को भारत के ग्रामीण और गैर-मेट्रो क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन खरीदने के लिए ग्राहकों को ऋण देने में मदद मिलेगी।
गारंटको ने इस लेन-देन के लिए एक्सिस बैंक को 65 प्रतिशत ऑन-डिमांड क्रेडिट गारंटी प्रदान की है, जो गारंटको और एक्सिस बैंक द्वारा हस्ताक्षरित 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर वाले इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) फ्रेमवर्क समझौते का हिस्सा है। यह ढांचा भारत में ई-मोबिलिटी इकोसिस्टम को फाइनेंस सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 300 से 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर (भारतीय रुपये के बराबर) के बीच धन जुटाने में सक्षम बनाने के लिए स्थापित किया गया था।
मुथूट कैपिटल के साथ यह सहयोग विशेष रूप से ग्रामीण और गैर-मेट्रो क्षेत्रों को परिवहन समाधान प्रदान करने पर केंद्रित होगा, जिसमें मुख्य रूप से निम्न आय वर्ग की आबादी शामिल है, जिन्हें अब तक इस दिशा में बहुत कम सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस लेन-देन से भारतीय कंपनियों को लाभ होगा जो 0.8 बिलियन रुपये (लगभग 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक के साथ ईवी इकोसिस्टम के भीतर काम कर रही हैं और उम्मीद है कि इससे सप्लाई चेन में काम करने वाले स्थानीय व्यवसायों जैसे उपकरण निर्माता, वाहन डीलर और बीमाकर्ताओं को भी फायदा होगा।
1 बिलियन रुपये के ईवी लेन-देन से इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहन प्रावधान में वृद्धि होगी, जो एसडीजी 9.4 (संसाधन-उपयोग दक्षता में वृद्धि और स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल टैक्नोलॉजी को अधिक अपनाने के साथ उन्हें सस्टेनेबल बनाने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर और रेट्रोफिट उद्योगों को अपग्रेड करना) और एसडीजी 11.2 (सभी के लिए सुरक्षित, सस्ती, सुलभ और टिकाऊ परिवहन प्रणालियों तक पहुंच प्रदान करना) में योगदान देगा।
यह ईवी फ्रेमवर्क समझौते के तहत गारंटको और एक्सिस बैंक का तीसरा ट्रांजेक्शन है। दिसंबर 2023 में, इसने सबसे पहले भारत के ई-मोबिलिटी इकोसिस्टम में कंपनी की विस्तार रणनीति को आगे बढ़ाने के लिए विवृति कैपिटल को 2.5 बिलियन रुपये (लगभग 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का ऋण दिया था, और बाद में भारत में कम प्रदूषण वाली टैक्सियों के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली इलेक्ट्रिक कारों की खरीद के लिए एवरेस्ट फ्लीट को 1 बिलियन रुपये (लगभग 12 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का ऋण दिया।
एक्सिस बैंक के डेप्यूटी मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव आनंद ने कहा, ‘‘एक्सिस बैंक भारत में ई-मोबिलिटी उद्योग के विकास को सपोर्ट करने और उसे गति देने के लिए प्रतिबद्ध है। देश के अग्रणी बैंकों में से एक के रूप में, हम ऐसी पहल करने के लिए समर्पित हैं जो पर्यावरण और सामाजिक मुद्दों पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करती हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने को बढ़ावा देकर, हम उत्सर्जन को कम करने, वायु गुणवत्ता को बढ़ाने और देश भर में किफायती और सुलभ परिवहन समाधान प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं। हमने ईवी डीलरों, निर्माताओं और अन्य कंपनियों के साथ अपनी साझेदारी और जुड़ाव को सक्रिय रूप से बढ़ाया है और आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे। यह सहयोग न केवल भारत में ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास का समर्थन करता है, बल्कि एक समावेशी भविष्य को बढ़ावा देने के हमारे व्यापक दृष्टिकोण के साथ भी मेल खाता है, जहां सस्टेनेबल प्रथाओं को अपनाने से समाज के सभी वर्गों को लाभ होगा।’’
मुथूट कैपिटल के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर मैथ्यूज मार्कोस ने कहा, ‘‘गारंटको के साथ साझेदारी हमारे देश में विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी बाजारों में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने और परिवहन संबंधी सस्टेनेबल सॉल्यूशंस को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस फंडिंग के जरिये मुथूट कैपिटल को अपने उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए उनकी जरूरत के अनुसार फाइनेंस संबंधी विकल्प उपलब्ध कराने में आसानी होगी। इस तरह इलेक्ट्रिक वाहनों को अधिक सुलभ और किफ़ायती बनाने की दिशा में भी आगे बढ़ा जा सकेगा। हम आम आदमी को किफ़ायती और सुविधाजनक तरीके से अपना खुद का दोपहिया वाहन रखने में सक्षम बनाने की आशा करते हैं। यह वित्त वर्ष 25 के दौरान ईवी को 200 करोड़ तक बढ़ाने के हमारे निर्धारित उद्देश्य को और रफ्तार प्रदान करेगा।’’
गारंटको के सीईओ लेथ अल-फलाकी ने कहा, ‘‘हम मई 2022 में एक्सिस बैंक के साथ हस्ताक्षरित इलेक्ट्रिक वाहन फ्रेमवर्क गारंटी समझौते के तहत मुथूट कैपिटल के साथ इस ट्रांजेक्शन को पूरा करके खुश हैं। यह तीसरा ट्रांजेक्शन है जिसे हमने समझौते के तहत पूरा किया है, जो विवृति कैपिटल और एवरेस्ट फ्लीट के साथ किए गए ट्रांजेक्शन के बाद अब कुल 4.5 बिलियन रुपये (लगभग 54 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के बराबर है। यह फ्रेमवर्क के तहत पहला ट्रांजेक्शन भी है जो क्रेडिट के प्रावधान के माध्यम से ईवी व्यवसाय के मांग पक्ष को कवर करेगा, ताकि ग्राहक इलेक्ट्रिक वाहन खरीद सकें। इसके अलावा, ट्रांजेक्शन से बाजार में बदलाव होने की उम्मीद है जिससे हमें उम्मीद है कि यह भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को और बढ़ावा देने में मदद करेगा। प्राइवेट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ग्रुप (पीआईडीजी) के हिस्से गारंटको की कोशिश है कि भारत में ई-मोबिलिटी से संबंधित ईको सिस्टम को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। साथ ही हम पीआईडीजी 2030 स्ट्रेटेजी के अनुरूप हमारे जलवायु कार्रवाई लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक्सिस बैंक के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।’’