खबर डिजिटल | छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के काफिले की दो गाड़ियां आपस में टकरा गईं। यह घटना दुर्ग के मठपारा इलाके में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम के बाद उस समय हुई जब मुख्यमंत्री का काफिला सर्किट हाउस की ओर लौट रहा था। दुर्घटना जिला चिकित्सालय दुर्ग के सामने हुई, जब काफिले की दो गाड़ियां अचानक एक दूसरे से टकरा गईं।
घटना के वक्त सड़क के किनारे एक गाय खड़ी थी, जो अचानक सड़क पर आ गई। इससे गाड़ियों के ड्राइवरों को ब्रेक लगाना पड़ा और पीछे चल रही गाड़ियां आपस में भिड़ गईं। हालांकि, वाहनों की गति धीमी थी, जिसके चलते बड़ी अनहोनी टल गई। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षाकर्मियों की सक्रियता के कारण मुख्यमंत्री का वाहन सुरक्षित रहा और इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उनका काफिला बिना रुके सर्किट हाउस पहुंच गया। घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित किया और काफिले के वाहनों को सही दिशा में आगे बढ़ाया। काफिले में शामिल एक गाड़ी को आंशिक क्षति पहुंची, लेकिन किसी प्रकार की गंभीर क्षति या घायल की सूचना नहीं है।
इस घटना के बाद, सुरक्षा इंतजामों को लेकर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं। मुख्यमंत्री के काफिले की सुरक्षा में हमेशा बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं, लेकिन सड़क पर अचानक आ जाने वाले जानवरों के कारण इस प्रकार की घटनाओं का होना सुरक्षा के लिए चुनौती बनता जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दुर्ग के इस इलाके में अक्सर बेसहारा जानवर सड़क पर आ जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती रहती हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री का काफिला तेज गति से नहीं चल रहा था, जिससे यह हादसा बड़ा नहीं बन सका।
मुख्यमंत्री के सुरक्षित होने की खबर के बाद समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने राहत की सांस ली। प्रशासन द्वारा इस घटना की विस्तृत जांच की जा रही है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटना से यह स्पष्ट है कि सड़क सुरक्षा और काफिले के दौरान मार्ग की सुरक्षा सुनिश्चित करना कितना आवश्यक है। मुख्यमंत्री के काफिले के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण सीख है, जिससे भविष्य में बेहतर सावधानी बरती जा सके।खबर डिजिटल | छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के काफिले की दो गाड़ियां आपस में टकरा गईं। यह घटना दुर्ग के मठपारा इलाके में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम के बाद उस समय हुई जब मुख्यमंत्री का काफिला सर्किट हाउस की ओर लौट रहा था। दुर्घटना जिला चिकित्सालय दुर्ग के सामने हुई, जब काफिले की दो गाड़ियां अचानक एक दूसरे से टकरा गईं।
घटना के वक्त सड़क के किनारे एक गाय खड़ी थी, जो अचानक सड़क पर आ गई। इससे गाड़ियों के ड्राइवरों को ब्रेक लगाना पड़ा और पीछे चल रही गाड़ियां आपस में भिड़ गईं। हालांकि, वाहनों की गति धीमी थी, जिसके चलते बड़ी अनहोनी टल गई। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षाकर्मियों की सक्रियता के कारण मुख्यमंत्री का वाहन सुरक्षित रहा और इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उनका काफिला बिना रुके सर्किट हाउस पहुंच गया। घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित किया और काफिले के वाहनों को सही दिशा में आगे बढ़ाया। काफिले में शामिल एक गाड़ी को आंशिक क्षति पहुंची, लेकिन किसी प्रकार की गंभीर क्षति या घायल की सूचना नहीं है।
इस घटना के बाद, सुरक्षा इंतजामों को लेकर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं। मुख्यमंत्री के काफिले की सुरक्षा में हमेशा बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं, लेकिन सड़क पर अचानक आ जाने वाले जानवरों के कारण इस प्रकार की घटनाओं का होना सुरक्षा के लिए चुनौती बनता जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दुर्ग के इस इलाके में अक्सर बेसहारा जानवर सड़क पर आ जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती रहती हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री का काफिला तेज गति से नहीं चल रहा था, जिससे यह हादसा बड़ा नहीं बन सका।
मुख्यमंत्री के सुरक्षित होने की खबर के बाद समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने राहत की सांस ली। प्रशासन द्वारा इस घटना की विस्तृत जांच की जा रही है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटना से यह स्पष्ट है कि सड़क सुरक्षा और काफिले के दौरान मार्ग की सुरक्षा सुनिश्चित करना कितना आवश्यक है। मुख्यमंत्री के काफिले के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण सीख है, जिससे भविष्य में बेहतर सावधानी बरती जा सके।