राफेल डील मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचाव में दिये गये बयान से पार्टी के महासचिव व संसदीय दल के नेता तारिक अनवर ने अपने को पूरी तरह किनारे कर लिया है। शुक्रवार को स्थानीय राष्ट्रवादी भवन में संवाददाता सम्मेलन के दौरान एनसीपी महासचिव व सांसद अनवर ने पार्टी प्रमुख द्वारा दिये गये बयान से अपने को आहत बताते हुए प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ-साथ लोकसभा सदस्य के पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है।
अनवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह राफेल डील सौदा में संलिप्त है और वे अभी तक अपने को पाक साफ साबित करने में विफल रहे है। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति द्वारा इस संबंध में दिये गये बयान से राफेल डील घोटाला की साबित होती है। ऐसी परिस्थिति में पार्टी प्रमुख एनसीपी प्रमुख शरद पवार का बयान नरेंद्र मोदी के बचाव में है। इससे वह पूरी तरह असहमत हैं। इसलिए पार्टी एवं लोकसभा सदस्य के पद से इस्तीफा दे रहे हैं। अनवर ने कहा कि पवार का व्यक्तिगत रूप से वह सम्मान करते हैं। लेकिन, इस राफेल डील पर शरद पवार का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। एनसीपी महासचिव अनवर के पार्टी व सांसद से इस्तीफा देने की घोषणा से कटिहार सहित बिहार की राजनीति में गर्मी आ गयी है।
ग्रामीणों ने संचालिकाओं को किया पुलिस के हवाले
मालूम हो कि अनवर वर्ष 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को लेकर कांग्रेस से अलग हो गये थे। उसके बाद शरद पवार और पीए संगमा के साथ मिलकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना की थी। कटिहार से लोकसभा चुनाव 2004 और 2009 में हारने के बाद अनवर महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य के रूप में चुने गये थे। बाद में यूपीए-2 में उन्हें केंद्र सरकार में कृषि राज्य मंत्री बनने का भी मौका मिला। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अनवर एनसीपी के टिकट से चुनाव लड़े तथा राजद एवं कांग्रेस के समर्थन से उन्हें इस सीट से जीत हासिल हुई थी। पार्टी ने उन्हें संसदीय दल का नेता भी बनाया था।