Saturday, August 2, 2025
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अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने वन्यजीव संरक्षण पर लिए ऐतिहासिक फैसले

International Tiger Day - उज्जैन और जबलपुर में जू (चिड़ियाघर) और वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर किए जाएंगे विकसित

मध्यप्रदेश को टाईगर स्टेट का गौरव प्राप्त है, हमारे राज्य में 9 टाईगर रिजर्व हैं। बाघ सहित सभी वन्यजीवों की संख्या निरंतर बढ़ रही है और इनके संरक्षण और उनके बेहतर प्रबंधन के आदर्श केन्द्र के रूप में मध्यप्रदेश की पहचान बनी है। वन्यजीव संरक्षण के लिए स्थानीय समुदाय की सहभागिता को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य सरकार के इन प्रयासों से पारिस्थितिकी तंत्र के मजबूत होने के साथ प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। यह बात मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंगलवार को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर भोपाल में ‘अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस’ के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।

वनकर्मियों के अथक प्रयासों से प्रदेश वन क्षेत्र और वन्यजीवों से हो रहा समृद्ध

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि वनकर्मियों के अथक प्रयासों से प्रदेश में वन क्षेत्र समृद्ध हो रहा है और वन्यजीवों की संख्या भी बढ़ रही है। मध्यप्रदेश बाघ और मनुष्य के एक साथ रहने के उदाहरण के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी सोच को क्रियान्वित करते हुए प्रदेश चीतों के पुनर्स्थापन में भी सफल रहा है।

राज्य में रातापानी को आठवें टाईगर अभ्यारण्य का दर्जा मिला है। राज्य सरकार ने उज्जैन और जबलपुर में जू (चिड़ियाघर) और वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर विकसित करने की योजना बनाई है। यह केवल पारंपरिक जू नही होंगे, बल्कि वन्यजीवों के संरक्षण एवं पुनर्वास के लिये समर्पित “वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर” के रूप में विकसित किये जायेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि पूरी दुनिया में जितने बाघ हैं, उससे ज्यादा बाघ हमारे देश के अंदर है। देश में अगर सबसे बड़ा कोई राज्य बाघ को अपने राज्य के अंदर गौरव से रखता है तो वह राज्य मध्यप्रदेश है। डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर रातापानी और माधव नेशनल पार्क – दोनों टाइगर अभयारण्य हमारे द्वारा बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मेरी अपनी ओर से राज्य के गौरव के लिये आप सबको बधाई देता हूँ। टाइगर रिजर्व के पास के बफर जोन में भी टाइगर सफारी प्रारंभ करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया वन्यजीव संरक्षण पर केंद्रित प्रदर्शनी का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन्यजीव संरक्षण संबंधी गतिविधियों पर केंद्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया। प्रदर्शनी में अपने उत्पाद प्रदर्शित करने प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों से आयीं बहनों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को राखी बांधी। पेंच टाइगर रिजर्व द्वारा बाघ संरक्षण और प्रबंधन में सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए चलाए जा रहे “बाघ देव” अभियान के कार्यक्रम स्थल पर बने स्टॉल पर पहुंच कर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश में बाघों की संख्या में वृद्धि की मनोकामना करते हुए सांचे से बाघ की प्रतिकृति निर्मित की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पेंच-बाघ और तितलियां सहित कई पुस्तकों का विमोचन किया

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य वन्यजीव योजना 2023-2043 के हिंदी संस्करण, चीता निश्चेतन तथा प्रबंधन पर विकसित मैन्युअल, भविष्य में वन्य जीव प्रबंधन संबंधी कार्यशाला के निष्कर्षो पर विकसित रिपोर्ट, पेंच टाइगर रिजर्व द्वारा विकसित पुस्तक तथा गिद्ध गणना रिपोर्ट का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व द्वारा हाथियों के चिन्हांकन के लिए विकसित डोजियर और डाक विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर प्रकाशित विशेष आवरण तथा जंगली उल्लू प्रजाति पर केंद्रित पोस्टर का विमोचन भी किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हाथी मानव संघर्ष को कम करने के लिए विकसित ऐप “गजरक्षक” लांच किया।

चीता पुनर्वास पर केंद्रित फिल्म “अबोड़ ऑफ चीताज़” का टीजर रिलीज

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में विभिन्न वृत्तचित्रों के टीजर जारी किए गए। इसके अंतर्गत पेंच टाइगर रिजर्व द्वारा “स्थानीय समुदाय की सहभागिता से बाघ प्रबंधन” पर विकसित फिल्म, कान्हा टाइगर रिजर्व द्वारा विकसित फिल्म “मृत्युंजय”, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व पर केंद्रित फिल्म “सतपुड़ा कल आज और कल” तथा चीता पुनर्वास पर केंद्रित फिल्म “अबोड़ ऑफ चीताज़” के टीजर रिलीज किए गए।

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