काठमांडू। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यहां माओवादी नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड समेत नेपाल के कई नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत और नेपाल के ऐतिहासिक संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए चर्चा की। नेपाल के शीर्ष नेतृत्व को उन्होंने राजनीतिक स्थिरता और विकास में भारत की मदद का भरोसा भी दिया।
दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को यहां पहुंचीं भारतीय विदेश मंत्री ने शुक्रवार को राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी, प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और सीपीएन-माओवादी सेंटर के अध्यक्ष प्रचंड से मुलाकात की। सुबह नाश्ते पर प्रचंड से मुलाकात के बाद स्वराज ने कहा, “हम राजनीतिक स्थिरता और विकास की दिशा में नेपाल का पूरा सहयोग करेंगे।” जबकि प्रचंड ने कहा, “हमने हालिया चुनावों के बाद की स्थिति और नई सरकार के गठन के मसलों पर चर्चा की। मैंने स्वराज से कहा कि हम राजनीतिक स्थिरता और विकास चाहते हैं। इसके लिए हमें अपने पड़ोसियों के सहयोग की जरूरत है।”
इससे पहले सुषमा ने गुरुवार को सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली और मधेशी पार्टियों के कई नेताओं से भी मुलाकात की थी। ओली नेपाल के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं। नेपाल में हाल में हुए संसदीय और प्रांतीय चुनावों में प्रचंड की पार्टी ने सीपीएन-यूएमएल के साथ वाम गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा था। इन चुनावों में इस गठबंधन को बड़ी जीत मिली थी।