टोक्यो/भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जापान Mohan Yadav Japan Visit की राजधानी टोक्यो में भारतीय राजदूत सिबी जॉर्ज से मुलाकात की। यह मुलाकात इम्पीरियल होटल में हुई, जहां दोनों ने भारत-जापान के मजबूत और ऐतिहासिक रिश्तों पर चर्चा की। इस बैठक में दोनों ने इस साझेदारी को और अधिक प्रगाढ़ करने के उपायों पर विचार किया, खासकर मध्य प्रदेश और जापान के बीच व्यापारिक और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में।
मध्य प्रदेश-जापान के संबंधों को मजबूत बनाने पर फोकस
सीएम यादव और राजदूत जॉर्ज ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के बीच औद्योगिक गतिविधियों और निवेश के क्षेत्र में साझेदारी को बढ़ावा दिया जाए। मुख्यमंत्री ने जापान से मध्य प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के प्रयासों के तहत आगामी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2025 के बारे में जानकारी दी, जो 24-25 फरवरी को भोपाल में आयोजित होगी।
प्रवासी भारतीयों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत
सीएम यादव ने टोक्यो पहुंचने पर प्रवासी भारतीयों द्वारा किए गए भव्य स्वागत को लेकर अपनी खुशी व्यक्त की। यहां उन्हें पारंपरिक तिलक और साफा पहनाकर सम्मानित किया गया, और भारतीय समुदाय ने उन्हें पारंपरिक तलवार भी भेंट की। इसके बाद, सीएम यादव ने भारतीय दूतावास में आयोजित रोड-शो “Celebrating India-Japan Relationship: Madhya Pradesh” में भाग लिया।
उद्योगपतियों से निवेश संभावनाओं पर चर्चा
सीएम यादव जापान के प्रमुख उद्योगपतियों और संगठनों जैसे कि केदानरेन (जापान बिजनेस फेडरेशन) और जेट्रो एचक्यू से वन-टू-वन मुलाकात करेंगे। इन बैठकों में वे मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों और संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा करेंगे।
दौरे के अगले चरण में: कोबे और ओसाका
सीएम यादव कोबे और ओसाका के दौरे पर भी जाएंगे, जहां वे ‘सिस्मेक्स’ कंपनी और ‘पैनासोनिक एनर्जी’ के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही, वे इन कंपनियों के कार्यों का दौरा करेंगे और निवेश के नए रास्तों पर विचार करेंगे।
आगे का कार्यक्रम
सीएम यादव 31 जनवरी तक जापान में रहेंगे, जहां वे कई औद्योगिक और व्यापारिक वार्ता करेंगे। उनकी यात्रा का उद्देश्य मध्य प्रदेश को जापान के उद्योगपतियों और निवेशकों के लिए आकर्षक निवेश स्थल बनाना है।
यह यात्रा भारत और जापान के बीच बढ़ते आर्थिक रिश्तों को और मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाले वर्षों में दोनों देशों के बीच निवेश, व्यापार और साझेदारी के नए आयाम स्थापित कर सकती है।