खबर डिजिटल | भोपाल: मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षक 2 अक्टूबर को एक बार फिर भोपाल में महा आंदोलन करने की तैयारी में हैं। इस बार यह प्रदर्शन अपने नियमितीकरण और अन्य लंबित मांगों को लेकर किया जाएगा। अतिथि शिक्षकों ने पहले भी कई बार सरकार से नियमितीकरण की मांग की है, लेकिन उनकी मांगों पर अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
इससे पहले, 10 सितंबर को भी भोपाल के अंबेडकर मैदान में हजारों अतिथि शिक्षकों ने प्रदर्शन किया था, जिसमें उनकी
पांच प्रमुख मांगें थीं—नियमितीकरण, अनुभव आधारित 10 अंक जोड़े जाने, 30% से कम अंक वाले शिक्षकों को दूसरा मौका दिए जाने, विभागीय पात्रता परीक्षा आयोजित करने और वार्षिक अनुबंध लागू करने की मांग है। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक इन मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
अतिथि शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो वे मुख्यमंत्री आवास की ओर तिरंगा यात्रा निकाल कर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। इस आंदोलन के मद्देनज़र प्रशासन ने अंबेडकर पार्क के आसपास बैरिकेडिंग की है और पुलिस बल तैनात कर दिया है, ताकि किसी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
यह आंदोलन मध्यप्रदेश सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है, क्योंकि अतिथि शिक्षक कई वर्षों से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं और उन्हें अब तक आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। इस बार आंदोलन और अधिक व्यापक और तीव्र होने की संभावना जताई जा रही है।