ब्लू कॉलर हायरिंग को सशक्त बनाने के लिए छोटी और मध्यम रिक्रूटमेंट एजेंसीज़ के साथ मिलकर करेगा काम

भारत का सबसे बड़ा ब्लू-कॉलर डिलीवरी हायरिंग प्लेटफॉर्म वाहन, भोपाल मध्य प्रदेश, में जमीनी स्तर पर अपनी 'वाहन लीडर्स' पहल का तेजी से विस्तार कर रहा है। यह कार्यक्रम स्थानीय स्तर पर उन एचआर कंसल्टेंसीज़ और टैलेंट एक्वीजीशन फर्म्स के साथ जुड़ता है, जो ब्लू-कॉलर हायरिंग में विशेषज्ञता रखती हैं। उक्त कार्यक्रम का उद्देश्य वाहन के विशेषज्ञों तक पहुँच प्राप्त करने में सहायता करके इन फर्म्स को सशक्त बनाना है। ये विशेषज्ञ न सिर्फ इन फर्म्स को विभिन्न पहलुओं पर सलाह देते हैं,

बल्कि उन्हें अपने व्यवसाय का विस्तार करने में सक्षम भी बनाते हैं। इसके अतिरिक्त, उन्हें अन्य लाभ भी मिलते हैं, जिसमें विभिन्न आंतरिक प्रक्रियाओं की संरचना, उचित प्रोत्साहन मापदंडों की स्थापना और अपने संबंधित व्यवसायों की नींव को और मजबूत करने के लिए उचित मार्गदर्शन शामिल है। वाहन 10,566 छोटे उद्यमियों के साथ मिलकर काम करता है, जिनका प्रति माह आय औसतन 2 लाख 50 हजार रुपए तक है। इस पहल की विभिन्न सफलता की कहानियों में से एक सफल कहानी श्री शुभम उपाध्याय की है, जिन्होंने अपना सफर एक डिलीवरी कर्मचारी के रूप में शुरू किया और अपनी खुद की हायरिंग फर्म की नींव रखकर आज एक सफल व्यवसाय के मालिक बन चुके हैं। शुरुआत में, वाहन द्वारा उपाध्याय की नियुक्ति एक प्रमुख फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म पर डिलीवरी राइडर के रूप में की गई थी। वाहन के पीओसी ने शुभम की उद्यमशीलता की भावना और उनकी क्षमता को पहचाना और उनका नामांकन वाहन लीडर प्रोग्राम में कर दिया। वाहन के समर्थन से, शुभम ने न सिर्फ सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाया, बल्कि तकनीकी सहायता, और यहाँ तक कि विशेषज्ञों तक भी सार्थक पहुँच हासिल की। आज, वे अपने व्यवसाय को एकल उद्यमी से 12 टेलीकॉलर्स की एक टीम के व्यवसाय में तब्दील कर चुके हैं। साथ ही, वे मासिक रूप से 250 से अधिक उम्मीदवारों की नियुक्ति कर रहे हैं और उम्मीद है कि इस वर्ष के अंत तक इसकी संख्या दोगुनी हो जाएगी। उपाध्याय उन विभिन्न सलाहकारों में से एक हैं, जो इस पहल से लाभान्वित हुए हैं।

अपने व्यवसाय और वाहन से मिले समर्थन से खुश होकर, वे कहते हैं, "मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं भी कभी अपनी खुद की फर्म शुरू कर सकूँगा। वाहन ने मुझे न सिर्फ बड़े सपने देखने, बल्कि उन्हें सच करने में भी सक्षम बनाया है। जो वर्किंग कैपिटल लोन मुझे मिला, उससे मुझे अपना ऑफिस स्थापित करने में मदद मिली और साथ ही मुझे इसका विस्तार करने की प्रेरणा भी मिली। मैं अधिक समान विचारधारा वाले लोगों के साथ जुड़ने और अपनी फर्म का कुशलता से विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित करूँगा।

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