भारत में कृषि अधोसंरचना की मजबूती के लिए वेदांता एल्यूमिनियम कटिबद्ध
भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने राष्ट्रीय किसान दिवस पर देश के ग्रामीण समुदायों की सामाजिक-आर्थिक उन्नति के लिए व्यापक मार्गों की रचना की दिशा में अपना संकल्प दोहराया है। कंपनी अनेक योजनाओं के जरिए कृषि समुदाय के साथ सक्रियता से जुड़ी है। ये योजनाएं किसानों के लिए गरिमा के साथ आजीविका सुनिश्चित करती हैं, कृषि की तकनीकों पर ज्ञान वृद्धि करती हैं, सतत कृषि विधियों को बढ़ावा देती हैं और चक्रीय अर्थव्यवस्था का निर्माण करती हैं। वेदांता एल्यूमिनियम के योगदान से अब तक 10,000 से अधिक किसानों को लाभ हुआ है। कृषि योजनाएं ओडिशा और छत्तीसगढ़ में ग्रामीण समुदायों में सकारात्मक परिवर्तन लाने में उत्प्रेरक का काम कर रही हैं।
राष्ट्र की समग्र प्रगति में किसानों की केन्द्रीय भूमिका के मद्देनजर कंपनी कृषि समुदाय के सदस्यों के लिए उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं में इज़ाफा कर रही है। इसके लिए ज़मीनी स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं। झारसुगुडा, ओडिशा में जीविका समृद्धि कार्यक्रम तथा कोरबा, छत्तीसगढ़ में मोर जल मोर माटी परियोजना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा वेदांता एल्यूमिनियम ने बायोडीज़ल के ट्रायल रन भी संचालित किए हैं जिनसे किसानों को अतिरिक्त आमदनी में मदद मिलेगी क्योंकि यह आम तौर पर फसलों के अवशेष आदि जैविक पदार्थों से निकाला जाता है। इन पहलों को विचारपूर्वक संयुक्त राष्ट्र सतत लक्ष्यों गरीबी की समाप्ति (एसडीजी 1), उचित कार्य एवं आर्थिक वृद्धि (एसडीजी 8), उद्योग-नवाचार-आधारभूत संरचना (एसडीजी 9) तथा क्लाइमेट एक्शन (एसडीजी 13) के अनुसार तैयार किया गया है ।