रायपुर. कैंपियन स्कूल में दाखिला के पहले ही दिन एक मासूम के साथ हुए दुष्कर्म मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद शुक्रवार को बाल आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे ने बच्ची के साथ उसके माता-पिता और पुलिस स्कूल पहुंची। बाल आयोग के अध्यक्ष ने बच्ची का एकांत में बयान लिया और माता-पिता के साथ पूछताछ की, इस दौरान स्कूल स्टाफ से भी उन्होंने पूछताछ की। जिसके बाद बाल आयोग की अध्यक्ष उस शौचालय में भी गईं जहां ये शर्मनाक घटना घटी थी।
डरी-सहमी सी है बच्ची
परिजनों के मुताबिक घटना के बाद से बच्ची डरी-सहमी है। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि स्कूल कैंपस में कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। स्कूल में कुछ कमरों के अंदर और शौचालयों के बाहर ही कैमरे लगे हैं जबकि बाकी किसी भी जगह कोई भी कैमरा लगा हुआ नजर नहीं आया जिस शौचायल में यह घटना होने की बात सामने आ रही है वह लड़कों का शौचालय है, शौचालय के बाहर लगी नेम प्लेट में इसका जिक्र है।
बच्ची का अंडर गारमेंट जलाया
आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे ने इस पूरे मामले में स्कूल प्रबंधन की भूमिका को संदेहास्पद बताया है। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन ने घटना के बाद बच्ची का अंडर गारमेंट रख लिया था। पूछे जाने पर प्रबंधन ने बताया कि उसे जला दिया गया है। आयोग ने कहा कि बच्ची डरी और सहमी हुई है इस वजह से वह घटना के बारे में ठीक से कुछ नहीं बता पा रही। इस मामले में स्कूल प्रबंधन की ओर से वाइस प्रिंसिपल अलेक्स ने स्कूल में घटना होने से इंकार किया है। बच्ची के अंडर गारमेंट को जलाने के मामले में सफाई देते हुए कहा कि बच्ची ने पोट्टी कर दी थी पोट्टी करने की वजह से अंडरगारमेंट गंदा हो गया था इस वजह से उसे जला दिया गया है।
रिपोर्ट दर्ज करने में पुलिस की आनाकानी
पुलिस की भूमिका पर भी सवालिया निशान लगा रहा है, बच्ची के पिता के अनुसार बच्ची जब घर पहुंची तो उसने अपनी मां को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। घटना की जानकारी लगते ही वे घर आने के बाद स्कूल गए और फिर रिपोर्ट दर्ज कराने पुलिस थाना गए। लेकिन पुलिस उनकी रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी करते नज़र आयी। बाद में रात करीब साढ़े 11 बजे पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज की।