राजनांदगांव से जोगी, खैरागढ़ से देवव्रत के चुनाव लड़ने का ऐलान

रायपुर। बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र में मंत्री अमर अग्रवाल का मुकाबला करने के लिए अजीत जोगी ने किसी बड़े नेता को नहीं उतारा है, लेकिन उन्होंने साहू समाज के जिलाध्यक्ष बृजेश साहू को प्रत्याशी बनाकर ओबीसी कार्ड खेला है। बिलासपुर में कुर्मी और साहू समाज की बहुलता है। बिलासपुर से कांग्रेस की टिकट से लगातार तीन बार चुनाव हार चुके अनिल टाह, जो कि अब जनता कांग्रेस में आ चुके हैं, जोगी उन्हें बेलतरा से चुनाव लड़ाएंगे। जोगी ने अपनी पार्टी के 10 प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी की है। इसमें राजनांदगांव से खुद अजीत जोगी और खैरागढ़ से पूर्व सांसद देवव्रत सिंह की अधिकारिक घोषणा कर दी गई है। रविवार को जनता कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश महामंत्री अब्दुल हमीद हयात, विधायक आरके राय, प्रदेश प्रवक्ता अग्रवाल और प्रदेश प्रवक्ता सुब्रत डे ने पत्रकार वार्ता लेकर 10 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की। जोगी के चुनाव लड़ने पर भाजपा और कांग्रेस सवाल उठा रहे थे, लेकिन उन्होंने सूची में अपना नाम शामिल करके दोनों पार्टियों को जवाब दिया है।

देवव्रत और टाह की तरह बेमेतरा से योगेश तिवारी का नाम पहले से तय था। तिवारी पहले युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। पूर्व विधायक हृदयराम राठिया फिर से लैलूंगा से चुनाव लड़ेंगे। पिछली बार वे हार गए थे। बलौदाबाजार से प्रमोद शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है, जो कि पहले कांग्रेस में थे। पिछली चुनाव में यहां के कांग्रेस विधायक जनकराम साहू की जीत में शर्मा की बड़ी भूमिका थी। ये जिला पंचायत सदस्य और जनपद सदस्य भी रह चुके हैं। नवागढ़ से नया चेहरा हरिकिशन कुर्रे और कटघोरा से गोविंद सिंह राजपूत प्रत्याशी बनाए गए हैं। राजपूत पहले भाजपा में थे। वे जिला पंचायत उपाध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं। 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने चुनाव नहीं लड़ाया तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और उन्हें 21 हजार वोट मिले थे। अब तक जनता कांग्रेस ने 29 प्रत्याशियों की घोषणा हुई है, जिसमें से तीन एसटी, दो एससी और छह ओबीसी वर्ग के प्रत्याशी हैं।

देवजी के खिलाफ विान, जोगी को नुकसान की चेतावनी

धरसींवा से विधायकी का हैट्रिक बना चुके भाजपा के देवजी पटेल के खिलाफ जोगी ने विधान मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। मिश्रा 1998 के चुनाव में धरसींवा से कांग्रेस के विधायक चुने गए थे। 2000 में छत्तीसगढ़ बना और जोगी सरकार में मिश्रा को राज्य मंत्री बनाया गया था। 2003 के चुनाव के पहले वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में चले गए थे और इसी पार्टी का झंडा लेकर चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार मिली थी। मिश्रा के नाम की घोषणा से पहले ही पार्टी कार्यालय में रसींवा के दूसरे दावेदार पन्नालाल साहू समर्थकों के साथ पहुंच गए और जमकर नारेबाजी की। साहू ने जोगी से सर्वे कराने की मांग की। साहू का दावा है कि उन्हें 80 और विधान को 20 फीसद जनता का समर्थन मिलेगा। दावा सही निकलने पर प्रत्याशी नहीं बदला गया तो मिश्रा को नुकसान पहुंचाने की चेतावनी दी। साहू ने ये भी कहा कि रायपुर में घर बैठे मिश्रा को प्रत्याशी बना दिया, क्योंकि उन्होंने कांग्रेस के भूपेश बघेल के खिलाफ मोर्चा खोला था। जोगी खल्लारी और बैकुंठपुर के भी प्रत्याशी की घोषणा करने वाले थे, लेकिन धरसींवा की तरह आपत्ति आ गई।

जकांछ की तीसरी सूची के 10 प्रत्याशी

राजनांदगांव से अजीत जोगी, खैरागढ़ से देवव्रत सिंह, बेलतरा से अनिल टाह, बलौदाबाजार से प्रमोद शर्मा, धरसींवा से विधान मिश्रा, बेमेतरा से योगेश तिवारी, बिलासपुर से बृजेश साहू, लैलूंगा से हृदयराम राठिया, नवागढ़ से हरिकिशन कुर्रे, कटघोरा से गोविंद सिंह राजपूत।

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