बुधनी: Budhni nomination rally अपनी जन्मभूमि बुधनी में आयोजित नामांकन जनसभा में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी के प्रति अपने लगाव और यहां के विकास कार्यों पर जोर देते हुए भावुक संबोधन दिया। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, बुधनी को “मेरी जन्मभूमि, मेरी कर्मभूमि” कहकर नमन किया और इसे “वंदनीय” व “अभिनंदनीय” भूमि के रूप में पुकारा।
शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि जिस बुधनी को कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, वहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने नए रिकॉर्ड स्थापित किए। उन्होंने याद किया कि जब वे चुनाव लड़ते थे, तो कार्यकर्ता उन्हें बुधनी नहीं आने की कसम देते थे और उनका चुनाव कार्यकर्ताओं ने ही लड़ा। उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल की तुलना करते हुए कहा कि तब सड़कों की स्थिति दयनीय थी, जहां लोगों को पगडंडियों पर चलना पड़ता था। आज बुधनी में सिंगल से लेकर फोर लेन सड़कें और उत्कृष्ट स्कूल, सीएम राइज स्कूल, आईटीआई कॉलेज, और मेडिकल कॉलेज की सुविधाएं हैं।
केंद्रीय मंत्री ने किसानों के मुद्दे पर कहा कि कांग्रेस के शासन में एक ही फसल हो पाती थी, लेकिन आज तीन-तीन फसलें होती हैं। उन्होंने बुधनी में बिजली, पानी, सड़क और सिंचाई के क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखी है। उन्होंने जनता को आश्वासन देते हुए कहा कि भाजपा ने सरकार नहीं, बल्कि एक परिवार चलाया है और यहां के लोग उनके परिवार का हिस्सा हैं।
मंत्री ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि इस चुनाव को उनके कार्यकर्ता रमाकांत जी के साथ मिलकर लड़ें और उसे पहले से ज्यादा वोटों से जिताएं। साथ ही उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत के गौरवशाली भविष्य की ओर बढ़ने पर भी जोर दिया।
उन्होंने अंत में कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ चुनावी जीत नहीं, बल्कि बुधनी को विकास के हर क्षेत्र में अग्रणी बनाना है।
बुधनी: अपनी जन्मभूमि बुधनी में आयोजित नामांकन जनसभा में केंद्रीय मंत्री ने बुधनी के प्रति अपने लगाव और यहां के विकास कार्यों पर जोर देते हुए भावुक संबोधन दिया। उन्होंने बुधनी को “मेरी जन्मभूमि, मेरी कर्मभूमि” कहकर नमन किया और इसे “वंदनीय” व “अभिनंदनीय” भूमि के रूप में पुकारा।
मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जिस बुधनी को कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, वहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने नए रिकॉर्ड स्थापित किए। उन्होंने याद किया कि जब वे चुनाव लड़ते थे, तो कार्यकर्ता उन्हें बुधनी नहीं आने की कसम देते थे और उनका चुनाव कार्यकर्ताओं ने ही लड़ा। उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल की तुलना करते हुए कहा कि तब सड़कों की स्थिति दयनीय थी, जहां लोगों को पगडंडियों पर चलना पड़ता था। आज बुधनी में सिंगल से लेकर फोर लेन सड़कें और उत्कृष्ट स्कूल, सीएम राइज स्कूल, आईटीआई कॉलेज, और मेडिकल कॉलेज की सुविधाएं हैं।
केंद्रीय मंत्री ने किसानों के मुद्दे पर कहा कि कांग्रेस के शासन में एक ही फसल हो पाती थी, लेकिन आज तीन-तीन फसलें होती हैं। उन्होंने बुधनी में बिजली, पानी, सड़क और सिंचाई के क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखी है। उन्होंने जनता को आश्वासन देते हुए कहा कि भाजपा ने सरकार नहीं, बल्कि एक परिवार चलाया है और यहां के लोग उनके परिवार का हिस्सा हैं।
मंत्री ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि इस चुनाव को उनके कार्यकर्ता रमाकांत जी के साथ मिलकर लड़ें और उसे पहले से ज्यादा वोटों से जिताएं। साथ ही उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत के गौरवशाली भविष्य की ओर बढ़ने पर भी जोर दिया।
उन्होंने अंत में कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ चुनावी जीत नहीं, बल्कि बुधनी को विकास के हर क्षेत्र में अग्रणी बनाना है।