निर्मल विश्वकर्मा की रिपोर्ट@चंदेरी – शासन द्वारा 17 सितंबर से 1 अक्टूबर तक “स्वच्छता ही सेवा” अभियान के तहत साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। दिनांक 23 सितंबर 2024 को पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार जैन के निर्देशन में सरस्वती विद्या मंदिर, चंदेरी में साइबर जागरूकता अभियान चलाया गया।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को साइबर अपराधों से बचाने और उन्हें डिजिटल सुरक्षा के महत्व से अवगत कराना था। साइबर क्राइम सेल के प्रभारी उप निरीक्षक मसीह खान ने विद्यार्थियों को साइबर अपराधों के प्रकार और उनसे बचने के तरीकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधियों के निशाने पर हर व्यक्ति होता है जो किसी भी डिजिटल माध्यम से जुड़ा है, चाहे वह सोशल मीडिया हो या इंटरनेट बैंकिंग।
पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से विद्यार्थियों को बताया गया कि कैसे साइबर अपराधी फोन कॉल, मैसेज या सोशल मीडिया के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। विशेष रूप से बैंकिंग धोखाधड़ी, सिम स्वैपिंग और लोन एप्लीकेशन के माध्यम से होने वाले अपराधों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
साथ ही, साइबर अपराध होने की स्थिति में तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी गई। कार्यक्रम में सहायक उप निरीक्षक अभिजीत सिंह ने भी साइबर सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जिनमें सोशल मीडिया अकाउंट्स को सुरक्षित रखने और निजी जानकारी साझा न करने पर जोर दिया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों के साथ साइबर क्राइम पर आधारित प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर थाना प्रभारी मनीष जादौन, स्कूल स्टाफ और साइबर सेल के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इस तरह के कार्यक्रम साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और छात्रों को डिजिटल सुरक्षा के प्रति सजग रहने का संदेश देते हैं।