भोपाल : मशरूम वर्ल्ड ग्रुप ने मध्य प्रदेश में बायो-सीएनजी उत्पादन के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाते हुए रायसेन जिले के बराई खास गाँव में अपने पहले कृषि आधारित बायो-सीएनजी प्लांट का भूमि पूजन किया।
इस पहल के तहत कंपनी राज्य में 10 नए बायो-सीएनजी प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है, जिनसे न केवल स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन होगा, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इस प्लांट में नैपियर घास (हाथी घास) और अन्य जैविक अवशेषों का उपयोग कर हरित और स्वच्छ ऊर्जा का निर्माण किया जाएगा। इस भूमि पूजन समारोह में मंत्री विश्वास कैलाश सारंग और साँची के विधायक डॉ. प्रभुराम चौधरी ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर मशरूम वर्ल्ड ग्रुप के चेयरमैन विजय सागर ने बताया कि इस परियोजना के माध्यम से स्थानीय किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
जैविक खाद किसानों को मुफ्त दिया जाएगा
प्लांट 100 एकड़ से अधिक भूमि से कच्चा माल प्राप्त करेगा। इसके अलावा, प्लांट के उत्पादन से बचे जैविक अवशेषों को जैविक खाद में परिवर्तित कर किसानों को मुफ्त में दिया जाएगा, जिससे उनकी खेती की लागत कम होगी और मिट्टी की उपजाऊ क्षमता बढ़ेगी। मशरूम वर्ल्ड ग्रुप का लक्ष्य प्रतिदिन 200 टन बायो-सीएनजी उत्पादन करना है, जिससे राज्य की स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति को बढ़ावा मिलेगा। कंपनी का मानना है कि यह परियोजना न केवल पर्यावरण संरक्षण में मदद करेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगी।
इस मौके पर कंपनी के डायरेक्टर समीर सागर ने कहाकि हमारा उद्देश्य सिर्फ विस्तार करना नहीं, बल्कि भविष्य को आकार देना है। यही कारण है कि हमारे सभी नए प्रोजेक्ट्स भविष्य की समस्याओं पर आधारित हैं, जैसे कि ग्रीन-एनर्जी और कार्बन-कैप्चरिंग। लेकिन इसके लिए सिर्फ हमारे प्रयास पर्याप्त नहीं हैं। हम खुले हाथों से हर उस व्यक्ति का स्वागत करते हैं जो पर्यावरण को बचाने के लिए लगाईं जा रही इंडस्ट्रीज और प्रोजेक्ट्स में हमसे हाथ मिलाना चाहता है।