आजादी के 2 साल बाद मिली आजादी, नवाबों के जमाने पोस्ट ऑफिस पहुंचे शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज जुमेराती पोस्ट ऑफिस से तिरंगा अभियान का शुभारंभ

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जुमेराती पोस्ट ऑफिस, भोपाल से प्रदेश में "हर घर तिरंगा" अभियान का शुभारंभ

➡️ मुख्यमंत्री श्री चौहान इस महत्वपूर्ण स्थान पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर प्रदेशवासियों से हर घर तिरंगा अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे।

➡️ जुमेराती पोस्ट ऑफिस वह स्थान है जहाँ भोपाल रियासत के स्वतंत्र भारत में विलीनीकरण आंदोलन के समय झंडा फहरा गया था।

➡️ आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी प्रदेशवासियों से अपने घर, कार्यालय, संस्था, सार्वजनिक स्थान आदि पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का आग्रह किया है।

भोपाल का डाक बंगला इस लिए है खास

देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया था, लेकिन भोपाल को आजादी 2 साल बाद मिली थी। उस समय भोपाल के नवाब हमीदुल्लाह शहर को पाकिस्तान का हिस्सा बनाना चाहते थे। शंकर दयाल शर्मा, भाई रतन कुमार गुप्ता, अक्षय कुमार, रामचरण राय जैसे नेताओं के नेतृत्व में भोपाल के लिए विलीनीकरण आंदोलन शुरू हुआ।आंदोलन के दौरान गोलियां चलाई गई, खून खराबा भी हुआ और कई आंदोलनकारी शहीद भी हो गए। जब ये बात दिल्ली पहुंची, तो सरदार पटेल ने नवाब पर दबाव बनाकर भोपाल का विलीनीकरण कराया। 1 जून 1949 को भोपाल भारत में शामिल हो गया। भोपाल अपना स्थापना दिवस 1 जून को मनाता है। 

भोपाल का जुमेराती डाकघर नवाबों के जमाने का डाकघर है। यहां नवाबों के जमाने से ही पत्रों का आदान-प्रदान हुआ करता था। इसकी डिजाइन आज भी लोगों को आकर्षित करती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, जुमेराती पोस्ट ऑफिस में तिरंगा फहरा कर ‘हर घर तिरंगा’अभियान का शुभारंभ करेंगे।जुमेराती पोस्ट ऑफिस वह स्थान है, जहाँ भोपाल रियासत के स्वतंत्र भारत में विलीनीकरण आंदोलन के समय झंडा फहराया गया था।

Share:


Related Articles


Leave a Comment