🔹 आवास, सुरक्षा और सपोर्ट सिस्टम में सुधार के नए कदम
🔹 4,000 हॉस्टल्स ने सिक्योरिटी डिपॉजिट और कॉशन मनी खत्म करने का लिया फैसला
🔹 सीसीटीवी, बायोमेट्रिक सिस्टम और इमरजेंसी सुविधाओं पर जोर
कोटा : कोटा जिला प्रशासन ने ‘कोटा केयर्स’ अभियान के तहत कोचिंग स्टूडेंट्स की सुरक्षा, सुविधा और कल्याण के लिए बड़े बदलाव करने का ऐलान किया है। कोटा में कोचिंग संस्थानों, हॉस्टल एसोसिएशन और प्रशासन के सहयोग से आवास, सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने के लिए यह पहल की गई है।
क्या बदलाव होंगे?
🏠 आवास और वित्तीय राहत:
✅ 4,000 हॉस्टल्स में सिक्योरिटी डिपॉजिट और कॉशन मनी नहीं लगेगी
✅ मेंटेनेंस शुल्क अधिकतम ₹2,000 होगा
✅ पारदर्शी भुगतान प्रणाली, अभिभावकों को भी रसीद अनिवार्य
🛡 सुरक्षा उपाय:
🔹 गर्ल्स हॉस्टल में महिला वार्डन अनिवार्य
🔹 सीसीटीवी, बायोमेट्रिक एंट्री और नाइट अटेंडेंट अनिवार्य
🔹 फायर एनओसी और एंटी-हैंगिंग डिवाइस जरूरी
🎉 स्टूडेंट्स की भलाई और मनोरंजन:
🎟 चंबल रिवरफ्रंट और ऑक्सीजोन में मुफ्त एंट्री
🎭 सभी हॉस्टल्स में मनोरंजन क्षेत्र होगा
🚑 24×7 इमरजेंसी मेडिकल सेवाएं उपलब्ध
क्या कहा जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने?
“कोटा में पढ़ने आए लाखों छात्रों को सुरक्षित और सहायक माहौल देना हमारी प्राथमिकता है। ‘कोटा केयर्स’ पहल के जरिए हम कोटा को सिर्फ एक कोचिंग हब नहीं, बल्कि एक ऐसा शहर बना रहे हैं जो अपने स्टूडेंट्स की देखभाल करता है।”
कोटा के हॉस्टल एसोसिएशन का बयान:
“हम हॉस्टल्स सिर्फ रहने की जगह नहीं, बल्कि स्टूडेंट्स के लिए एक सुरक्षित और अनुकूल माहौल बना रहे हैं। यह सुधार स्टूडेंट्स की भलाई के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।”
‘कोटा केयर्स’ क्या है?
दिसंबर 2024 में शुरू की गई यह पहल कोटा जिला प्रशासन, कोचिंग संस्थानों, हॉस्टल संचालकों, स्थानीय व्यापारियों, पुलिस और अभिभावकों का संयुक्त प्रयास है, जिसका उद्देश्य छात्रों के लिए सुरक्षित और सहयोगी माहौल बनाना है।
📞 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
विश्वनाथ शर्मा: 70730-91100
नवीन मित्तल: 94134-43223
➡ कोटा प्रशासन और ‘कोटा केयर्स’ अभियान के साथ, कोटा कोचिंग स्टूडेंट्स के लिए और भी सुरक्षित और सुविधाजनक बनने जा रहा है।